टीम इंडिया और क्रिकेट जगत के मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी है। इस घोषणा के बाद पूरी दुनिया के वर्तमान एवं पूर्व क्रिकेट खिलाड़ियों ने क्रिकेट में तेंदुलकर की उपलब्धियों की जमकर सराहना की।
वर्ष के आखिर में भारत दौरे पर आ रही वेस्टइंडीज के खिलाफ होने वाले दूसरे टेस्ट मैच की समाप्ति के साथ ही क्रिकेट के महानतम खिलाड़ियों में से एक तेंदुलकर के अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट का भी समापन हो जाएगा।
सचिन तेंदुलकर ने BCCI अध्यक्ष श्रीनिवासन को फोन पर जानकारी दी कि वो अपने 200वें टेस्ट के बाद संन्यास लेंगे। उन्होंने मुंबई में आखिरी टेस्ट मैच खेलने की इच्छा जताई है। भारत और वेस्टइंडीज की क्रिकेट टीमों के बीच अगले महीने दो मैचों की टेस्ट सीरीज खेली जानी है। दूसरा टेस्ट मैच 14 नवंबर से मुंबई में खेला जाना है। इसी मैच के बाद संन्याास लेंगे सचिन। इस सीरीज का पहला टेस्ट मैच 6 नवबर से खेला जाना है। इसके आयोजन स्थल के नाम की घोषणा अभी नहीं हुई है।
गौरतलब है कि, सचिन एकदिवसीय मैचों से पहले ही संन्याजस ले चुके हैं। बल्लेबाजी की अगर बात करें तो इंटरनेशनल क्रिकेट में शतकों का शतक बना चुके सचिन ने शायद की कोई रिकॉर्ड बाकी छोड़ा है। उन्होंने हाल ही में हुई चैम्पियंस लीग के साथ ही पेशेवर T-20 क्रिकेट से भी सन्यास की घोषणा की थी। BCCI सचिव संजय पटेल ने सचिन की ओर से एक बयान जारी किया, जिसमें इस बात का जिक्र है कि वह 200वें टेस्ट मैच के बाद टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह देंगे।
तेंदुलकर अब तक 198 टेस्ट मैच खेल चुके हैं, इस दौरान उन्होंने 51 शतक जड़े हैं, हालांकि पिछले दो साल उनके लिए कुछ खास नहीं रहे हैं। उन्होंने अपना आखिरी टेस्ट शतक 2011 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ जड़ा था।
BCCI प्रमुख एन श्रीनिवासन ने अपने बयान में कहा कि सचिन निसंदेह भारत के महानतम क्रिकेट स्टार हैं। उन्हों ने कहा, ‘सचिन जब से बुची बाबू क्रिकेट खेलने चेन्नई आया करते थे, तब से ही मैं उनका प्रशंसक रहा हूं। वह बिना संदेह भारत के महानतन क्रिकेट स्टार हैं।
रिटायरमेंट के फैसले को लेकर सचिन तेंदुलकर ने कहा कि ये उनके लिए कठिन समय है। उन्होंमने कहा, मैंने 24 साल क्रिकेट को दिए। देश के लिए खेलना मेरा सपना था। बिना क्रिकेट जीवन की कल्पहना भी मुश्किल है। यह मेरे लिए कठिन समय है। मैं अपने फैन्सन और परिवार का शुक्रिया करना चाहता हूं।