हालांकि सचिन का IPL को अलविदा कह देना स्वाभाविक भी है। 40 साल से अधिक उम्र के सचिन का यह कदम स्वागत योग्य है, लेकिन IPL की जिन परिस्थितियों के बीच यह फैसला लिया गया है, उससे एक सवाल का उठाना लाज़मी है कि
कहीं सचिन ने यह फैसला IPL की बदनामी के कारण तो नहीं लिया। पिछले दिनों IPL मैचों में स्पॉट फिक्सिंग और सट्टेबाजी के खुलासे के बाद आम क्रिकेट प्रेमी को बहुत बड़ा धक्का लगा। फिर सचिन ने तो इस खेल की की 24 साल से अधिक समय तक सेवा की है, उन्हें दुख होना लाजमी है। हो सकता है कि सचिन का IPL से मोह भंग हो गया हो और उन्होंने इससे दूरी बनाना ही ठीक समझा हो।
वहीं दूसरी और इस मामले को लेकर कुछ ऐसी ही भावनाएं राहुल द्रविड़ की भी हैं। द्रविड़ की टीम के ही सदस्य स्पॉट फिक्सिंग में गिरफ्तार हो चुके हैं। इसके बाद द्रविड़ ने कहा भी था कि वे फिक्सिंग के इस पूरे मामले को लेकर बहुत दुखी हैं। द्रविड़ ने राजस्थान रॉयल्स के चैंपियंस लीग में क्वालिफाय करने के बावजूद टीम की कमान नहीं संभालने के संकेत दिए हैं। हो सकता है कि द्रविड़ भी जल्द ही IPL से संन्यास लेने की औपचारिक घोषणा कर दें।
मास्टर ब्लास्टर ने मैच के बाद कहा कि विश्व कप जीतने के लिए मुझे 20 साल इंतजार करना पड़ा था और IPL जीतने का सपना पूरा होने के लिए 6 साल का इंतजार करना पड़ा। मेरा यह सपना पूरा हो गया है और मुझे खुशी है कि मैं पूरी संतुष्टी के साथ IPL को अलविदा कह रहा हूँ।