फिल्म अभिनेता संजय दत्त ने हथियार रखने के जुर्म में बाकी की सजा माफ करने के समर्थन और विरोध में छिड़ी बहस पर गुरूवार को पहली बार अपनी चुप्पी तोड़ी। संजय दत्त ने सपष्ट किया कि वह माफी की मांग नहीं करेंगे और जेल जाने को तैयार हैं। इस दौरान संजय उनको लेकर शुरू हुर्इ सियासत से उदास नजर आए और कर्इ बार उनकी आंखों से आंसू भी झ लके। उन्होंने हाथ जोड़कर यह बहस खत्म करने की गुहार लगार्इ वत कहा कि आप लोग इस बात को आगे न बढ़ाएं।
मुंबर्इ में 1993 के बम धमाकों के मामले में 21 मार्च को अपने फैसले में सुप्रीम कोर्ट ने पांच साल की सजा सुनाने के साथ संजय दत्त को चार हफ्ते में सरेंडर करने का आदेश दिया था। 18 महीने की सजा वह पहले ही काट चुके हैं। बांद्रा सिथत आवास पर संजय दत्त गुरूवार को अपनी बहन और कांगे्रस सांसद प्रिया दत्त के साथ मीडिया से बात की और किसी भी सवाल का जवाब न देते हुए उन्होंने सिर्फ अपनी बात रखी है।
उन्होने कहा, देश में बहुत से ऐसे लोग हैं जो माफी के हकदार हैं। मैं मीडिया और जनता से हाथ जोड़कर कहना चाहता हूँ कि मैं माफी की मांग नहीं करना चाहता, मुझे इस पर बहस बंद कर शांति से बाकी का वक्त गुजारने दिया जाए। संजय ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश का सम्मान करते हुए तय वक्त में आत्मसमर्पण करने का विश्वास दिलाया है।
इस मुझ को लेकर जो माहौल संजय दत्त के सामने बन गया है उसमें बालिवुड अभिनेता आंसुओं को न रोक सके और बहन प्रिया ने उनका साहस बंधाया। संजय ने कहा , मैं टूट इस वक्त अपने आप को टूटा हुआ महसूस कर रहा हूँ यह मेरी जिंदगी का सबसे कठिन दौर चल रहा है। मेरी सबसे य ही गुजारिश है कि मुझे शांति से रहने दिया जाए। जिन्होंने मुझे सहारा दिया, मै उनका तहे दिल से शुक्रगुजार हूँ। मुझे अपने देश और जनता से प्यार है। कम वक्त का हवाला देते हुए संजय दत्त ने गुजारिश की कि उन्हें उनका काम पूरा करने दिया जाए।