महाठग सुकेश चंद्रशेखर से कथित तौर पर 10 करोड़ रुपये की उगाही के मामले में गृह मंत्रालय ने सत्येंद्र जैन के खिलाफ CBI जांच की मंजूरी दी है. दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने फरवरी के महीने में इस मामले में CBI जांच की सिफारिश गृह मंत्रालय से की थी. सुकेश चंद्रशेखर ने जैन पर आरोप लगाया कि बतौर प्रोटेक्शन मनी तिहाड़ जेल में रहते हुए उससे 10 करोड़ रुपये की उगाही की गई थी. सीबीआई जांच को मंजूरी देते हुए उपराज्यपाल ने मामले में जरूरी कार्रवाई के लिए गृह मंत्रालय के पास भेज दिया था. उपराज्यपाल ने 9 फरवरी को तिहाड़ जेल के पूर्व डीजी संदीप गोयल, तिहाड़ जेल के तत्कालीन अधीक्षक राज कुमार के खिलाफ भी सीबीआई जांच की मंजूरी दी थी.
दरअसल, करोड़ों रुपए की ठगी और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में जेल में बंद सुकेश चंद्रशेखर ने दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना को पत्र लिखा था, जिसमें उसने आरोप लगाया था कि जेल में सत्येंद्र जैन की अपनी सरकार चलती है. इसके साथ ही सीबीआई ने भी दिल्ली के पूर्व मंत्री सत्येन्द्र जैन और पूर्व जेल अधीक्षक राज कुमार के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामले के तहत जांच करने के लिए दिल्ली के उपराज्यपाल से मंजूरी मांगी थी.
दिल्ली सरकार के दो पूर्व मंत्री मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन लगभग एक साल से तिहाड़ में हैं. तत्कालीन जेल अधीक्षक राज कुमार पर आरोप है कि उन्होंने दिल्ली सरकार में मंत्री रहे सत्येंद्र जैन के कहने पर ठग सुकेश चंद्रशेखर से 10 करोड़ रुपए की उगाही की थी. ऐसा कहा जा रहा है कि राज कुमार तिहाड़ जेल से सत्येन्द्र जैन और संदीप गोयल द्वारा चलाए जा रहे जबरन वसूली सिंडिकेट का हिस्सा थे.