गेहूँ के चोकर में छिपा हैं सेहत का राज
- अगर हम गेहूँ के चोकर की बात करे तो अधिकतर लोग इसे गेहूँ से छान कर फेक देते हैं। लेकिन वह यह नहीं जानते हैं कि जिसे वह बेकार समझ कर फेंक रहे है वास्तव में वह चीज ही सेहत के लिए बहुत लाभदायक है।
- गेहूँ का चोकर कब्ज के लिए रामबाण की तरह काम करता है। जो व्यकित कब्ज की समस्या से गस्त रहते हैं चोकर उन्हें इस समस्या से निजात दिला सकता है। चोकर की रोटी पानी ज्यादा समेटती है इसलिए पेट में मल को सूखने नहीं देती।
- चोकर यदि ज्यादा मात्रा में खा लिया जाये तो भी कोर्इ नुकसान नहीं होता है। आज की भागदौड़ से भरी जीवन शैली में खाने पीने पर अधिक ध्यान नहीं दिया जाता। जिसकी वजह से जो मिला खा लिया जाता है, ऐसे में कब्ज होना कोर्इ आश्चर्य की बात नहीं है।
- चोकर हर दृषिट से अच्छा है। चोकर में सारे गुण है हम भोजन में से चोकर को निकाल फेंक कर शरीर के साथ विशेष अन्याय करतें हैं। चोकर निकला हुआ भोजन शरीर को मारने वाला भोजन कहा जाता है।
- चोकर के प्रयोग से पेट के अन्दर का माल साफ होता है। पेट मुलायम तथा ठीक रहता है।
- चोकर का सेवन आंतों को सुरक्षित रखने के साथ-साथ कैंसर से भी रक्षा करता है।
- अमाशय के घाव को ठीक करता है, तथा क्षयरोग से भी रक्षा करता है।
- âदय रोग से बचाने के साथ-साथ कोलेस्ट्रोल से भी रक्षा करता है। चोकर के पानी से स्नान करने पर चर्मरोग भी ठीक हा जाता है।
- चोकर खाने से ए पेंडेसार्इटिस, अर्श तथा भगन्दर नहीं होता है। बृहदांत्र एवं मलाशय कैंसर भी नहीं होता है।
- यही नहीं चोकर मोटापा घटनाने, तथा मधुमय निवारण में भी अचूक खाध है।
- चेकर के सेवन से पेट में गैस नहीं बनती। कहने का तात्पर्य यह है कि चोकर का सेवन अनेक बिमारियों से शरीर की रक्षा करता है। खासतौर से पेट से संबंधित बिमारियों के निवारणार्थ अचूक औषिधी है।
- गेहूँ के चोकर के अलावा गेहूँ की कच्ची बाली तथा कोपल भी पेट के रोगों में बहुत फायदा पहुँचाती है। इनको पीस कर छान कर प्रात: काल सेवन करने से पेट तो सही रहता ही है। साथ ही हार्इ ब्लड प्रेशर तथा हार्टअटैक वाले रोगियों को भी लाभ मिलता है।
- गेहूँ की कच्ची बाल, बलवर्धक, रक्तवर्धक तथा वीर्यवर्धक होती है। इसी तरह गेहूँ के चोकर भी पेट के साथ – साथ अमाशय को अन्य रोगों से भी मुक्त करती है गेहूँ की बाल तथा चोकर का यदि नियमित सेवन किया जाये तो अनेक रोगों से मुकित मिल सकती है।