महाराष्ट्र में चल रहा सियासी बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है. मामला अब देश के सर्वोच्च अदालत तक पहुंच गया है. यहां एकनाथ शिंदे गुट की तरफ से कोर्ट में आरोप लगाया गया है कि गुवाहटी में रह रहे विधायकों को धमकियां दी जा रही हैं.
बता दें कि महाराष्ट्र के डिप्टी स्पीकर ने सभी बागी विधायकों के खिलाफ अयोग्यता का नोटिस जारी किया है. इसके खिलाफ एकनाथ शिंदे गुट ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है. याचिका में शिंदे के स्थान पर अजय चौधरी को सदन में शिवसेना के विधायक नेता के रूप में नियुक्त करने को भी चुनौती दी गई है.
एकनाथ शिंदे ग्रुप की तरफ से पेश वकील नीरज किशन कौल ने सुप्रीम कोर्ट में कहा कि शिंदे और अन्य विधायकों ने हाईकोर्ट से संपर्क नहीं किया था, क्योंकि विधायक राज्य मशीनरी को तोड़ रहा है. हमारे घरों पर हमला किया जा रहा है.
कौल ने कहा कि वे कह रहे हैं कि हमारे शव असम से लौटेंगे. मुंबई में अपने अधिकारों का प्रयोग करने के लिए माहौल हमारे अनुकूल माहौल नहीं है. वरिष्ठ अधिवक्ता नीरज किशन कौल का कहना है कि इन विधायकों को धमकी दी गई है और कहा गया था कि 40 विधायकों के शव वापस आएंगे.
हालांकि, इस बीच एकनाथ शिंदे के बेटे श्रीकांत शिंदे ने कहा कि यह विद्रोह नहीं है, बल्कि महाराष्ट्र की जनता ये चाहती है. गुवाहाटी से शव लाने से उनका (संजय राउत) क्या मतलब है? यह महाराष्ट्र की संस्कृति नहीं है. उन्हें दूसरे लोगों को धमकाना चाहिए, लेकिन हमें नहीं.