नई दिल्ली : अपनी घटिया हरकतों और चालबाजी से बाज न आने वाले पाकिस्तान का घिनौना और ना’पाक चेहरा सामने आया है। इस बार सीजफायर को तोड़ने के लिए नहीं बल्कि जबरन सिखों को मुस्लिम बनाने के लिए पाकिस्तान सुर्खियों में है।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा के हंगू जिले में पाकिस्तान के सरकारी अधिकारियों की मिलीभगत से यहां सिख समुदाय के कुछ लोगों को जबरन मुसलमान बनाने का मामला उजागर हुआ है। मामले की जानकारी मिनले पर सुषमा स्वाराज ने इसे उच्च स्तर पर उठाने की बात कही है।
सिख समुदाय ने पिछले शुक्रवार को ही इस संबंध में हंगू के डिप्टी कमिश्नर शाहिद महमूद से शिकायत कर उनके सामने मामले को उठाया है। लोगों का आरोप है कि तहसील के असिस्टेंट कमिश्नर याकूब खान ने कथित तौर पर जबरन धर्म परिवर्तन करने के लिए मजबूर किया।
सिख समुदाय के लोगों का कहना है कि कभी किसी निवासी ने उन्हें नुकसान पहुंचाने की कोशिश नहीं की। इससे पहले किसी ने कभी धर्म परिवर्तन के लिए भी दबाव नहीं डाला। उन्होंने कहा है कि उनका मुस्लिम समुदाय के साथ दोस्ताना रिश्ता है।
सिख समुदाय के लोगों ने अपनी शिकायत में लिखा, ‘संविधान हमें अपनी धार्मिक भावनाओं के साथ जीने का अधिकार देता है और हम चाहते हैं कि असिस्टेंट कमिश्नर तल अयूब खान से इस बारे में पूछताछ हो।’ हालांकि जब डिप्टी कमिश्नर शाहिद महमूद से इस बारे में बात की गई तो उन्होंने मामले को टालते हुए जबरन धर्म परिवर्तन में लिप्त अधिकारी को बचाने की कोशिश की।
वही इस मुद्दे पर डिप्टी कमिश्नर ने कहा, किसी के जबरन धर्म परिवर्तन का कोई मामला नहीं है। बल्कि जिला प्रशासन लोगों की धार्मिक स्वतंत्रता को बनाए रखने में मदद कर रहा है। उन्होंने कहा, पूरे जिले में लोगों की धार्मिक मान्यताओं और उनकी सुरक्षा के प्रति मुस्तैद हैं।