जांचकर्ता अब उनके द्वारा भरे गए अन्य वर्षों के रिटर्न्स की भी जांच कर रहे हैं। IT डिपार्टमेंट ने 2011 के अंत में असेसमेंट इयर 2010-11(फाइनैंशल इयर 2009-10) के लिए नोटिस भेजने शुरू किए थे। क्योकि डिपार्टमेंट का आकलन यह बताता है कि
इस एक साल में ही उन्होंने 22.86 करोड़ रुपये की इनकम का ब्योरा रिटर्न में नहीं दिया। डिपार्टमेंट को आशंका है कि दूसरे साल के दौरान भी उन्होंने इनकम का सही ब्योरा नहीं दिया होगा और अघोषित इनकम इससे कहीं अधिक भी हो सकती है।
उन्होंने एक अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस को बताते हुए यह कहा है कि श्मेरे रिटर्न में जरुरत से ज्यादा आये का जिक्र नहीं किया गया था। जो शख्स मेरा अकाउंट देखता है, उसने हिसाब.किताब में गलती कर दी थी। यह लापरवाही उस शख्स की मानी जएगी। दूसरी तरफ, इनकम टैक्स डिपार्टमेंट सिंघवी द्वारा घोषित 11 करोड़ से संतुष्ट नहीं है। उसका कहना है कि कांग्रेस प्रवक्ता द्वारा दिया गया ब्योरा सटीक नहीं है। डिपार्टमेंट का आकलन है कि सिंघवी ने 22.86 करोड़ रुपये का ब्योरा नहीं दिया है, जिस पर 7 करोड़ रुपये की टैक्स देनदारी बनती है। हालांकिए सिंघवी इसे मानने से इंकार कर रहे हैं।