गरीबी और मज़बूरी में इंसान को जुर्म के रास्ते पर धकेल देता है। कुछ एसा ही कानपुर के लक्ष्मी पुरवा इलाके में रहने वाले, आकाश ने कियाए चोरी करते पकडे गए आकाश के अनुसार उसकी चार बहने है, और उसकी एक बहन की शादी चार महीने बाद होनी है, और उसके घर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। इसका एक भाई दिल्ली में मजदूरी करता है, जबकि इसके पिता जी की मौत दो साल पहले हो गयी थी।
आकाश के मुताबिक़ इस काम काम में इसके दोनों दोस्त अजय और सत्यम ने इनका सहयोग किया। उधर आकाश के दोस्त अजय के मुताबिक़ हम तीनो बचपन के दोस्त है, तीनो एक ही मोहल्ले में रहते है, और आकाश के बहन की शादी के लिए सामान इकठ्ठा करने में हम लोग भी मदद कर रहे है। चोरी किये गए तीन बोर दाल में से एक अजय अपने घर ले जाने वाला था, जबकि एक बोर का सौदा हो चूका था, जबकि एक बोरा आकाश अपने घर ले जाने वाला था।
उधर पकडे गए तीनो लड़को को पुलिस ने थाणे में उनके पैरो में हथकड़ी लगा कर रखा हैं, और इनपर चोरी का मुकदमा लिखकर इनको जेल भेज दियाए,तीनो की माने तो ये पहला मौका था जब इन्होने चोरी की और पकडे गए। दरअसल इस चोरी के लिए अजय के एक दुसरे दोस्त ने सुझाव दिया थाए और कहा था की रेलवे के माल गोदाम से चोरी करने पर पकडे जाने का खतरा कम होता है, फिलहाल पुलिस उस चौथे दोस्त की तलास में जुट गयी है।
हांलाकि सीओ राघवेन्द्र सिंह के मुताबिक़ पुलिस इसे रैकेट की तरह देख रही है, और पुलिस को शक है कि मालगोदाम से गल्ले चुराने का कोई रैकेट सक्रीय है, जिसके ये तीनो लड़के सदस्य है। इनके जरिये पुलिस जल्द इनके अन्य सदस्यों को भी पकड़ लेंगे।