6 में से एक स्मार्टफोन साइबर अटैक का शिकार

एक नए अध्ययन से यह पता चला है कि दुनिया के प्रत्येक छ: स्मार्टफोन्स में से एक साइबर हमले का शिकार हुआ है। इसमें आगे यह भी कहा गया है कि 60 फीसद स्मार्टफोन का इस्तेमाल करने वाले और आधे टैबलेट का उपयोग करने वाले हैकिंग को लेकर असुरक्षित होते हैं क्योंकि इन उपकरणों में बुरे सॉफ्टवेयर से बचने की कोई सुरक्षा नहीं होती है।

एक ग्लोबल इन्फॉरमेशन सर्विसेज फर्म एक्सपेरियन के निष्कर्षों के मुताबिक साइबर हमले कई प्रकार के हो सकते हैं जिनमें फिशिंग ईमेल से लेकर हाईजैकिंग हमले तक शामिल होते हैं जिनके अंतर्गत एक यूजर्स का बेब ब्राउजिंग किसी हैकर द्वारा बाधित किया जाता है, इस पर निगाह रखी जाती है या फिर इसे हाईजैक किया जा सकता है। एक्सपेरियन के प्रमुख शोधकर्ता की बात को यॉर्कशायर पोस्ट ने उद्धृफत किया है।

जब मोबाइल मलवेयर की बात आती है तो इस मामले में पहले की एक रिसर्च में कहा गया है कि साइबरअपराधियों के लिए एंड्रायड प्लेटफॉर्म सबसे अधिक हमलों का कारण हो सकता है। फिनलैंड स्थित ई सिक्योर लैब्स की एक हालिया रिपोर्ट में कहा गया है कि पिछले वर्ष जो नए खतरे सामने आए हैं उनमें से 97 फीसदी मोबाइल मलवेयर सैम्पल्स से जुड़े हैं।

दरअसल, उनका कहना है कि ” ऑनलाइन बैंकिंग और रिटेल को मिलाकर मांग में भारी बढ़ोत्तरी हुई है और चूंकिइन उपकरणों में बहुत कम सुरक्षा उपाय हैं इससे साइबर अपराधियों के लिए बहुत बड़ा मौका हाथ लग गया है और इस कारण से बहुत सारे लोग और कारोबारी संस्थान इस खतरे के प्रति अत्यधिक संवेदनशील बन गए हैं।

यहाँ बहुत सारे स्मार्टफोन्स और टैबलेट उपकरणों की ”मलवेयर” के खिलाफ कोई सुरक्षा नहीं है जबकि ज्यादातर लोग इंटरनेट बैंकिंग और ऑनलाइन शॉपिंग के लिए फोन्स का इस्तेमाल कर रहे हैं। अध्ययन में कहा गया है कि स्मार्टफोन धारकों को बहुत थोड़ी सी जानकारी होती है कि उनका कीमती उपकरण मोबाइल मलवेयर के द्वारा शिकार बनाया जा सकता है।