नई दिल्ली : मशबूर प्लेबैक सिंगर सोनू निगम ने अपना ट्विटर अकाउंट बंद कर दिया है। बुधवार को उन्होंने 24 ट्वीट्स किए थे जिनमें से आखिरी कुछ ट्वीट्स में उन्होंने अपना ट्विटर अकाउंट डिलीट करने की बात कही थी। सोनू के मुताबिक उन्होंने यह कदम बीते दिन गायक अभिजीत का ट्विटर अकाउंट सस्पेंड होने के बाद उठाया हैं।
दरअसल, मंगलवार को twitter इंडिया ने बॉलीवुड के मशहूर गायक अभिजीत भट्टाचार्य के अकाउंट को सस्पेंड कर दिया था। इसके पीछे वजह थी उनके द्वारा जेएनयू की स्टूडेंट शेहला राशिद के खिलाफ आपमानजनक ट्विट की सीरिज पोस्ट करना। सिंगर का दावा है कि उनके खिलाफ की गई कार्रवाई राष्ट्रवादी आवाज को दबाने का एक तरीका है। सिंगर ने अपने आखिरी ट्विट में राशिद को बीजेपी के खिलाफ ट्विट करने की वजह से निशाना बनाया था।
मंगलवार को इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए उन्होंने कहा- मेरे ट्विट बिल्कुल भी अपमान नहीं थे। आज पूरा देश मेरे साथ खड़ा है। जो लोग नाराज है वो राष्ट्रविरोधी तत्व हैं। वो भारतीय सेना को गाली दे सकते हैं। वो हमारे प्रधानमंत्री के खिलाफ बोल सकते हैं लेकिन उनके ट्विट का जवाब देने पर आपका अकाउंट सस्पेंड कर दिया जाता है।
अभिजीत के समर्थन में अब गायक सोनू निगम आ गए हैं। उन्होंने ट्विट करते हुए कहा- सच में? उन्होंने उनका अकाउंट सस्पेंड कर दिया? क्यों? 90 प्रतिशत लोगों के अकाउंट को बदतर कट्टरता की वजह से बंद कर दिया जाना चाहिए। गलत भाषा और धमकी।
इसके अलावा उन्होंने ट्विटर छोड़ने के कई और कारण अपने 24 ट्वीट्स के जरिए गिनाए हैं। अभिजीत ने हाल ही में परेश रावल के अरुंधति रॉय पर विवादित ट्वीट का समर्थन करते परेश रावल से एक कदम आगे निकलते हुए रॉय को शूट करने की बात कही थी।
वहीं ट्विटर से जाते-जाते सोनू निगम ने अपने ट्वीट में कई सारी बातें कही हैं। सोनू ने पहले ही ट्वीट में साफ कर दिया था कि लोग उनके ट्वीट्स के स्क्रीनशॉट्स लेने के लिए तैयार रहें क्योंकि वह यहां पर ज्यादा समय के लिए नहीं रहेंगे। उन्होंने अपने कुछ ट्वीट्स में मीडिया पर सवाल उठाते हुए लिखा- “मीडिया कई धड़ो में बंटा हुआ है। कुछ राष्ट्रवादी हैं और कुछ छद्दम सेक्युलर, जो हमारे इतिहास से सीखना नहीं चाहते।”
आपको बता दें कि सोनू निगम इससे पहले खुद अजान पर किए गए ट्विट की सीरिज की वजह से चर्चा में रहे थे। 17 अप्रैल को सुबह लगभग 5:30 बजे सोनू निगम ने ट्वीट किया कि मैं मुसलमान नहीं हूं लेकिन फिर भी मस्जिद की अजान की आवाज से जगना पड़ता है। सोनू ने एक के बाद एक कई ट्वीट कर अजान की आवाज पर हमला करते हुए लिखा कि जब मुहम्मद साहब जिंदा थे तब उनके टाइम पर तो बिजली आती नहीं थी.. फिर एडिसन के आविष्कार के बाद ऐसे चोंचलों की क्या जरूरत है।