झारखंड के देवघर में सोमवार सुबह करीब 5 बजे बाबा बैद्यनाथधाम के दर्शनों के लिए खड़े श्रद्धालुओं में भगदड़ मचने से 11 कांवड़ियों की मौत हो गई और 50 से अधिक घायल हो गए। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। राज्य सरकार ने पूछताछ के लिए दो हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं- 06432-240577और 06432-2232299.
हादसा मंदिर से करीब 3 किलोमीटर दूर बेलाबगान में हुआ। हादसे के बाद भी पूजा को रोका नहीं गया है। पूजा अब भी जारी है। सावन का सोमवार होने की वजह से देररात से ही कांवडिय़ों की लंबी कतार लगी हुई थी। तभी बेलाबगान के पास अचानक कतार अनियंत्रित हो गई और वहां भगदड़ मच गई। इस भगदड़ में 11 कांवड़ियों की मौत हो गई और 50 से अधिक घायल हो गए। 20 घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घायलों में से ज्यादातर उत्तरप्रदेश और नेपाल के हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार सत्संग चौक पर कांड़वियों की कतार को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया, जिससे वहां भगदड़ मच गई। जिससे कई कांवडिय़े रस्सियों से उलझ कर गिर गए और घायल हो गए।जिसके बाद यहां करीब आधे घंटे तक अफरातरफी का माहौल रहा।
हालांकि इलाके के डिप्टी कलेक्टर अमित कुमार ने इन आरोपों को खारिज किया है। उन्होंने कहा, ‘लाइनों के पास तैनात पुलिसवालों के पास लाठियां नहीं होतीं इसीलिए लाठीचार्ज का तो सवाल ही नहीं होता। उन्होंने कहा कि मंदिर के गेट सुबह 4 बजे खोले गए थे। श्रद्धालु मंदिर के अंदर पहुंचने की हड़बड़ी में थे और इसी वजह से भगदड़ मची। हादसे की खबर मिलते ही प्रशासन तुरंत हरकत में आया और उसने तुरंत घायलों को अस्पताल पहुंचाया।
मालूम हो कि बाबा बैद्यनाथधाम मंदिर में सावन के दौरान हर सोमवार को एक लाख से ज्यादा श्रद्धालु यहां आते हैं। बिहार के सुल्तानगंज से गंगा नदी का जल लेकर भक्त यहां चढ़ाने आते हैं। यह यात्रा 100 किलोमीटर पैदल चलकर पूरी होती है।