आज के तनाव भरे जीवन में लोगों में अक्सर कोई न कोई बीमारी तो जरूर देखने का मिलती है, कोई कमर दर्द से परेशान है तो किसे के सिर में दर्द है, किसी की आँख में परेशानी है तो कोई घुटने या जोड़ों के दर्द से परेशान है। ऐसे में दवाईयाँ भी कब तक असर करेंगी कभी न कभी तो उनका साइड-इफैक्ट होगा ही। ऐसी स्थिति में तो केवल एकमात्र योग ही ऐसा उपाय है जो आपको इस तरह के सभी रोगों से निजात दिला सकता है। शरीर, मन और आसनों का अपना अलग महत्व है।
योग कर ऐसी कई विधियां हैं, जिनका नियमित अभ्यास करके आप पूरी तरह स्वस्थ एवं निरोगी बने रह सकते हैं। योग के अभ्यास के लिए कई प्रकार की क्रियाओं और आसनों का वर्णन पुस्तकों में मिलता है। यदि आप पहले से इनका अभ्यास नहीं करते रहे हैं और योग क्रियाओं से बिल्कुल अनजान हैं, तब हो सकता है कि आपको इनके बारे में अधिक जानकारी न हो। अगर ऐसा है तो बेहतर होगा कि आप केवल किताबी ज्ञान के आधार पर योग अभ्यास शुरू करने के बजाय किसी योग्य प्रशिक्षक के निर्देशन में अभ्यास शुरू करें। आज देश के लगभग सभी प्रमुख शहरों में योग से जुड़े कई तरह के क्लासेस जल रही हैं। यहाँ आने वालों को उनकी परेशानियों के समाधान के लिए अलग-अलग तरह की योग विधियां के बारे में विस्तार से बताया जाता है। इस मामले में लोगों के सामने सबसे पहला प्रश्न यह होता है कि वे अपने लिए किन आसनों का चुनाव करें।
इस प्रकार करें आसन का चुनावः
वस्तुतः योग का दायरा काफी बड़ा है और आसन भी सैकड़ों तरह के हैं। हर व्यक्ति की शारीरिक स्थिति के अनुकूल उसके स्वास्थ्य को दुरूस्त रखने वाले कोई न कोई आसन जरूर है। हर व्यक्ति का अपना अल व्यक्तित्व होता है और उसी के अनुसार उसकी आवश्यकताएं भी होती है। कुछ लोगों को बहुत ही अनुशासित आसन समूह की जरूरत होती है, तो कई लोगों के लिए आसान आसन उपयुक्त्त होते हैं। योग विशेषज्ञों के अनुसार हर व्यक्ति को अपने जीवन में योग अपनाना चाहिए, लेकिन कोई भी स्आइल अपनाने से पहले यह पता कर लेना चाहिए कि उसे योग का कौन -सा स्आइल सबसे अधिक सूट करेगा। ऐसा इसलिए जरूरी है ताकि आप योगासनों को अपनाने के क्रम में बिलकुन शुरूआती दौर में ही किसी ऐसे आसन का अभ्यास न शुरू कर दें, जो आपके लिए बहुत मुश्किल हो। उदाहरण के लिए, यदि आप पहले से कोई अभ्यास किए बगैर सोगासन शुरू ही करने जा रहे हैं तो आपके लिए आसान किस्म के आसन बेहतर होंगे। इनमें विशेष रूप से विनियोग का नाम भी लिया जा सकता है, जो मुख्य रूप से हर व्यक्ति की व्यक्तिगत आवश्यकताओं की पूर्ति करता है।
इसके अलावा आप अपने लिए किसी अन्य स्टाइल का चुनाव करना चाहती है, तो बेहतर यह होगा कि आप शुरूआती दौर में दो या तीन प्रकार के आसन करें। इस दौरान आपको जो भी स्आइल सबसे सुविधाजनक लगे, उसे अपना लें। हां, किसी आसन समूह को अपनाने से पहले योग प्रशिक्षण की राय जरूर लें।
योग हर व्यक्ति के लिए उपयोगी है। यह न केवल शारीरिक क्रियाओं को सही करता है, बल्कि अपके आध्यात्मिक विकास में भी सहायक होता है। इससे आप किसी भी बात या चीज पर आसानी से अपना ध्यान केंद्रित करना सीख जाती है। इससे आपकी सांस लेने की प्रक्रिया भी सही हो जाती है, जो जीवन में स्थिरता लाती है। साथ ही योग से आपका शरीर अधिक सुडौल भी बनता है। इस तरह आप एक खशहाल जीवन जी सकते हैं।
जागरण के लिए कुंडलिनीः
यदि आप अपने प्रति जागरूक नहीं है तो इससे बेहतर उपाय नहीं हो सकता। इसकी खोज योगी भजन ने की थी। इस योग को अपनाने का मुख्य उदेश्य शरीर के भीतर ही मौजूद ऊर्जा को जाग्रत करना है। इसके लिए सांस की एक्सरसाइज तथा कई क्रियाओं का सहारा लिया जाता है। कई तरीके ऐसे भी होते हैं, जो शरू में तो अजीबोगरीब लगते हैं, परंतु बाद में काफी आरामदेह साबित होते हैं। इनके अलावा योग विशेषज्ञ कई और आसनों को भी काफी महत्वपूर्ण बताते हैं। इस क्रम में विनियोग, कृपालु , शिवानंद, अनासुर, सत्येन्द्र आदि का नाम लिया जा सकता है। इसी प्रकार अन्य योग बिधियां भी हर व्यक्ति के लिए अलग-अलग तरीके से लाभकारी होती है। वैसे देखा जाये तो योग सच में ही बहुत निजात दिलाने में योग बहुत ही कारगर है। जिसका प्रमाण भारत के कई हजारों वर्ष पहले इतिहास में भी मिलता है।