नई दिल्ली : ईद के पावन पर्व पर भी वादी में राष्ट्रविरोधी तत्वों ने नमाज-ए-ईद के बाद विभिन्न जगहों पर राष्ट्रविरोधी नारे लगाते हुए आतंकी संगठनों के झंडे लहराए। इस बीच शरारती तत्वों ने सुरक्षाबलों को भी निशाना बनाया। उपद्रवी तत्वों को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को लाठियों, आंसू गैस, मिर्ची बम और पैलेट गन का भी सहारा लेना पड़ा।
इस दौरान पुलिस व शरारती तत्वों के बीच हुई हिंसक झड़प में एक युवक की मौत हो गई। जबकि छह सुरक्षाकर्मियों समेत 15 लोग जख्मी भी हुए हैं। हालांकि, ईद के मद्देनजर प्रशासन ने यहां सुरक्षा के कड़े इंतजाम कर रखे हैं। सभी संवेदनशील इलाकों और धर्मस्थलों के आस-पास कड़ी सुरक्षा व्यवस्था है। इसके बावजूद इन शरारती तत्वों के आगे यह बेअसर रही।
दरअसल, अनंतनाग के जंगलात मंडी, लालचौक, चीनी चौक और अशाजीपोरा में कश्मीर की आजादी और निजाम ए मुस्तफा व मूसा मूसा के नारे लगाते युवकों ने नमाज के बाद जुलूस निकाला और वहां तैनात सुरक्षाकर्मियों पर पथराव करने लगे।
सुरक्षाबलों ने पहले तो संयम बनाए रखा, लेकिन जब स्थिति बेकाबू होने लगी तो उन्होंने भी लाठियां और आंसू गैस का सहारा लिया। इस दौरान तीन सुरक्षाकर्मी और पांच पत्थरबाज जख्मी हो गए। घायल पत्थरबाजों में शामिल शिराज अहमद नायकू ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। उसके सिर पर आंसूगैस का गोला लगा था।
शिराज की मौत की खबर फैलने के साथ ही अनंतनाग के अन्य हिस्सों में भी हिंसक झड़पें शुरू हो गई। इधर, श्रीनगर के अधिकांश इलाकों में स्थिति लगभग सामान्य रही। लेकिन डाऊन-टाऊन में ईदगाह में नमाज ए ईद संपन्न होते ही हिंसक प्रदर्शनों का दौर शुरू हो गया।
हालांकि, पुलिस ने अभी तक घायलों की संख्या की पुष्टि नहीं की है। लेकिन संबंधित अधिकारियों ने बताया कि दोपहर तक दक्षिण कश्मीर के कुछेक हिस्सों को छोड़ अन्य स्थिति पर काबू पा लिया गया था। हिंसक झड़पों में 6 सुरक्षाकर्मियों समेत 15 लोग जख्मी हैं।