महत्वपूर्ण कार्य लगभग एक वर्षो से उसी प्रकार से ज्यों का त्यों पड़ा हुआ है।
यहाँ आपकों बताते चले कि कम्पनी द्वारा 2006 से ही गण्डक पुल व फोरलेन सड़क का निर्माण कराया जा रहा था, कुछ हद तक सड़क निर्माण कार्य हुआ भी जो कई जगहों पर गड्ढों में तबदील है, और दूसरी ओर गण्डक नदी का काम 50 से 60 प्रतिशत जनवरी 2012 तक लगभग हुआ है। कम्पनी मात्र इतना कार्य करने के बाद धिरे-धिरे अपने सारे अधिकारियों को हटा कर मात्र गार्ड के सहारे छोड़ कर गायब हो गई है।
इस कारण लगभग 52 वर्ष पुराना गण्डक पुल जो फोर लेन बनने के कारण दबाब वाहनो का होने से पुल काफी जर्जर स्थिति में आ गई है। जबतक नए पुल का निर्माण कर उसे यातायात के परिचालन के लिए नहीं खोला गया तो इसमें जरा भी संदेह नहीं कि पुराना पुल कब दम तोड़ दे, और पुराने पुल का मरमत का भी कार्य नहीं हो रहा है। आज से महिनों पहले यह सुनने को मिलता था कि कम्पनी कार्य तुरन्त शुरू करेगी या दूसरी कम्पनी कार्य तुरंत शुरू करेगी यह तो आनेवाला वक्त हि बताएगा। कम्पनी में किसी भी अधिकारी के नहीं होने के कारण सम्पर्क नहीं हो पा रहा है।