आम आदमी पार्टी (आप) के विभिन्न पदों से हटाए जा चुके योगेंद्र यादव ने कहा है कि रामलीला मैदान में जो मशाल जलाई गई है, उसे बुझने नहीं दिया जाएगा। अब मेरा संकल्प और पक्का हो गया है। अब मैं घर नहीं बैठूंगा, देश में जाकर ईमानदार राजनीति के लिए काम करूंगा।
योगेंद्र यादव ने कहा कि दिल्ली विधानसभा चुनाव के दौरान ही पार्टी में अंतर्कलह शुरू हो गई थी। हमने और प्रशांत ने उम्मी दवारों के चयन पर सवाल उठाए थे। राष्ट्रीय कार्यकारिणी के बाहर संजय, सिसोदिया, पंकज और गोपाल की चिट्ठी का हमने जवाब दिया। मैंने पार्टी के भीतरी मामले सुलझाने की कोशिश की, लेकिन गलत के खिलाफ कोई आवाज नहीं उठाई, इसलिए हमें बाहर किया। उनके मुताबिक, आप की लड़ाई से कार्यकर्ताओं का हौंसला टूटा है। इससे पूरे देश को नुकसान हुआ है। अब मैं कालर खड़ी कर नहीं कह सकता कि मैं पार्टी का खास हूं। मीडिया में आ रही खबरों से आप को नुकसान है। आप के कारण पार्टी की राजनीति में लोग रुचि लेने लगे हैं।
उन्होंने यह बातें चंडीगढ़ के सेक्टर 36 में मंगलवार को अपने समर्थकों की बैठक के दौरान कहीं। उन्होंने कहा कि पार्टी में झूठ की राजनीति हो रही है। आगे क्या करना है, इस पर 14 अप्रैल को गुड़गांव में पार्टी कार्यकर्ताओं की बैठक में होगा। उन्होंने कहा कि मैं यहां कार्यकर्ताओं से बात करने और उनकी बात सुनने आया हूं। जो मसाल जलाई है, उसे जलाए रखना है। आगामी बैठक पार्टी बनाने या किसी के खिलाफ नहीं होगी।
वहीं, मंगलवार को ही अरविंद केजरीवाल गुट के नवीन जयहिंद ने भी योगेंद्र यादव के समानांतर चंडीगढ़ में ही पार्टी की बैठक बुलाई है। बैठक के बाद जयहिंद समर्थक आइएएस अशोक खेमका के तबादले के विरोध में और किसानों को मुआवजा दिए जाने की मांग को लेकर राजभवन में दस्तक देने का कार्यक्रम है।
गौरतलब है कि भूमि अधिग्रहण विधेयक के विरोध में सांसदों को नमक की थैली भेंट करने की रणनीति भी यादव ने चंडीगढ़ में ही तैयार की थी।