सुमित्रा के अध्यक्ष पद पर निर्वाचन के लिए सत्तारूढ़ भाजपा के सदस्यों के अलावा कांग्रेस, अन्नाद्रमुक, शिवसेना, तेलगुदेशम, टीआरएस, लोजपा, बीजद, तृणमूल कांग्रेस के सदस्यों की ओर से भी प्रस्ताव रखे गए। प्रोटेम स्पीकर कमलनाथ ने मोदी की ओर से पेश प्रस्ताव को वोट के लिए सदन के सामने रखा और उसे सर्वसम्मति से स्वीकार कर लिए जाने के बाद उन्होंने सुमित्रा को निर्वाचित घोषित किया। उन्होंने कहा कि मोदी का पहला प्रस्ताव स्वीकार हो जाने के बाद अन्य प्रस्ताव रखे जाने की आवश्यकता नहीं रह गई है।
इसके बाद कमलनाथ ने सुमित्रा महाजन को अध्यक्ष पद का आसन ग्रहण करने के लिए आमंत्रित किया। इस पर मोदी, आडवाणी, सदन में कांग्रेस के नेता मल्लिकाजरुन खड़गे, सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव, तृणमूल नेता सुदीप बंदोपाध्याय, अन्नाद्रमुक के थम्बीदुरई, लोजपा के रामविलास पासवान और संसदीय कार्य मंत्री एम वेंकैया नायडु उन्हें आसन तक लेकर आए। पूरे सदन ने खड़े होकर करतल ध्वनि से उनका स्वागत किया और इस बीच उन्होंने अपना आसन ग्रहण किया। सुमित्रा लोकसभा की दूसरी महिला अध्यक्ष हैं। इससे पहले 15वीं लोकसभा में मीरा कुमार पहली महिला अध्यक्ष निर्वाचित हुई थीं।
बीजेपी के कद्दावर नेताओं में से एक 71 साल की सुमित्रा महाजन लगातार आठवीं बार मध्य प्रदेश के इंदौर से सांसद चुन कर आई हैं। इस बार के लोकसभा चुनाव में वह 4 लाख 66 हजार से ज्यादा वोटों से विजयी रही थीं। एमए एलएलबी शिक्षा प्राप्त महाजन ने 2002 से 2004 के बीच एनडीए सरकार के दौरान मानव संसाधन, तेल और संचार राज्यमंत्री का पदभार भी संभाला है, वहीं लोकसभा में उपाध्यक्ष पद के लिए एआईएडीएमके नेता एमथंबी दुरई का नाम आगे चल रहा है। थंबीदुरै को हाल ही में उनकी पार्टी की ओर से लोकसभा में अपना नेता मनोनीत किया गया है। थंबीदुरै 1985 से 1989 के बीच भी लोकसभा के उपाध्यक्ष रह चुके हैं।
इंदौर से सांसद सुमित्रा महाजन लोकसभा की 16वीं स्पीकर हैं। बीजेपी के कई बड़े नेताओं और 19 सांसदों की ओर से महाजन के नाम का प्रस्ताव रखा गया, जिसका दूसरे सदस्यों ने समर्थन किया।