नई दिल्ली: आईपीएल में भ्रष्टाचार और सट्टेबाजी के आरोपी ललित मोदी की मदद करने के आरोप में समूचा विपक्ष विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का इस्तीफा मांग रहा है, लेकिन मामले में अब नया खुलासा हुआ है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह विवाद सामने आने के करीब हफ्तेभर पहले ही सुषमा ने इस्तीफे की पेशकश कर दी थी, लेकिन संघ की दखल के बाद इसे ठुकरा दिया गया। भारतीय मीडिया में यह मामला अभी उछला है, लेकिन एक हफ्ते पहले एक ब्रिटिश सांसद ने ईमेल पर सुषमा को मामले की जानकारी देते हुए उनसे सफाई मांगी थी।
खबरों के मुताबिक इसके तुरंत बाद सुषमा प्रधानमंत्री से मिली थीं और उन्हें पूरे मामले की विस्तार से जानकारी दी थी। इसके अगले ही दिन वरिष्ठ भाजपा नेताओं और संघ पदाधिकारियों की बैठक बुलाई गई थी, ताकि आगे की रणनीति तय की जा सके। इस बैठक में सुषमा ने पद छोड़ने की पहल की थी, लेकिन संघ पदाधिकारियों ने उन्हें रोक दिया था। संघ का मानना है कि सुषमा ने मानवता के नाते किसी की मदद करके कुछ भी गलत नहीं किया।