कानपुर- कानपुर पुलिस तीन महीने में करीब 200 एसे लोगों को चिन्हित किया है, जिन्होंने
कानपुर। अम्बेडकर जयन्ती (14 अप्रेल) को आयोजित होने वाली एसएससी (कर्मचारी चयन आयोग) की स्नातक
कानपुर । बाबा साहब अम्बेडकर कोई नाम नहीं बल्कि क्रान्ति है। कोई वर्ग चाहे वह
कानपुर। कानपुर के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल उर्सला में उस वक़्त हडकंप मच गयाए जब
कानपुर। भारत के संविधान निर्माता और दलित - शोषित वर्ग के मषीहा के रूप में
कानपुर, उत्तरप्रदेश । शहर के नानकारी में तकरीबन तीस वर्ष पूर्व स्थापित संस्कृत महाविद्यालय