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गुडि़या के साथ किए मनोज और प्रदीप के दरिंदगी की दास्तां

gudiya-rape-caseदिल्लीः गांधीनगर में पांच साल की मासूम गुडि़या के साथ सामूहिक दुष्कर्म करने वाले आरोपी मनोज व प्रदीप ने 15 अप्रैल को घटना से पहले दिन में दो बार शराब पी थी। प्रदीप से पूछताछ के बाद मंगलवार को इसका खुलासा हुआ है। सोमवार देर रात बिहार से फ्लाइट से दिल्ली लाए जाने के बाद रात भर उससे पूर्वी जिला के डीसीपी कार्यालय में पूछताछ की गई। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक पूछताछ में दोनों आरोपियों ने बताया है कि दोनों घटना वाले दिन लोनी से शराब पीकर गांधीनगर के लिए चले थे। तब इन्होंने पहले देह व्यापार करने वाली महिला की तलाश की थी। नहीं मिलने पर गांधीनगर पहुंचकर इन्होंने इस तरह की घिनौनी हरकत की।

इस घिनौने दुष्कर्म कांड का आरोपी मनोज पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका था। उसने पूछताछ में कहा था कि दुष्कर्म प्रदीप ने किया था। लेकिन सोमवार को जब प्रदीप से भी पूछताछ की गई तब हकीकत सामने आई। पुलिस अधिकारी के मुताबिक वारदात वाले दिन 15 अप्रैल की दोपहर मनोज प्रदीप से मिलने लोनी के राम बिीार गया था। वहां दोनों ने शराब पी और गांधीनगर के लिए निकल पड़े थे। रास्ते में दोनों पुराना सीलमपुर आ गए और परिचित से पैसे लेकर फिर शराब खरीदकर पी। दोनों शाम साढ़े़ छह बजे गांधीनगर में मनोज के कमरे पर आ गए।

प्रदीप कमरे में था और मनोज बाहर टहल रहा था। तभी सामने गुडि़या पर उनकी नज़र पडत्री तब मनोज ने उसे चाॅकलेट और कुरकुरे देकर कमरे में बुला लिया। वह मनोज को चाचा कहती थी। मनोज ने प्रदीप को थोड़ी देर कमरे से बाहर रहने को कहा और गुडि़या के साथ दुष्कर्त किया। बाद में प्रदीप ने भी बेहोशी की हालत में उसने भी बच्ची के साथ दुष्कर्म किया। इस घिनौनी हरकत के बाद दोनों बहुत बुरी तरह डर गए थे। मनोज ने प्रदीप से गुडि़या को जान से मार डालने को कहा। प्रदीप गला घोंटने लगा। दोनों को लगा कि गुडि़या मा चुकी है। तब प्रदीप ने ब्लेड से भी बच्ची के शरीर पर वार किया।

इसके बाद दोनों कमरे पर ताला लगाकर नई दिल्ली रेलवे स्टेशन आ गए। दोनों स्वतंत्रता सेनानी ट्रेन पकड़ कर 16 अप्रैल को मुजफ्फरपुर पहंुच गए। मनोज वहां से प्रदीप को अपने गांव ले गया वहां से प्रदीप को अपने गांव ले गया वहां कुछ घंटे बिताने के बाद मनोज उसे लेकर सुराल चला गया। ससुराल में मनोज ने प्रदीप का मोबाइल व सिम रखते हुए कहा कि अगर वह मोबाइल का प्रयोग करेंगे तो पकड़े जाएंगे। उसने प्रदीप को अपनी पत्नी का नम्बर देते हुए कहा कि वह दो दिन बाद उस नंबर पर फोन कर ले तब वह उसे अपना नया नम्बर बता देगा। अगले दिन प्रदीप अपनी मौसी के घर लखीसराय, बड़़हिया आ गया। इसी बीच पुलिस ने मनोज को उसके ससुराल से पकड़ लिया। उससे प्रदीप के बारे में जानकारी मिलने पर रविवार की रात उसे भी उसकी मौसी के घर से पकड़ लिया गया। दोनों ही अपराधियों को पुलिस रिमांड में रखा गया है और अदालती प्रक्रियाएं जारी है।