अलग तेलंगाना राज्य बनाने की जो मांग सालों से हो रही ही थी अब वह हकीकत बनने जा रही है। अब तो अलग तेलंगाना राज्य को कांग्रेस ने भी हरी झंडी दे दी है। शुक्रवार शाम कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने इस मुद्दे पर चर्चा की। इस बैठक में सोनिया गांधी और प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह भी मौजूद थे। बताया जा रहा है कि इसकी घोषणा अगले महीने की 5 तारीख से पहले कर दी जाएगी।
पार्टी के उच्च पदस्थ सूत्रों के मुताबिक़ आंध्र प्रदेश में 31 जुलाई को हो रहे स्थानीय निकायों के चुनाव के बाद इस संदर्भ में फैसला किया जा सकता है। कांग्रेस में इस पर सहमति बन गई है और इसकी घोषणा मॉनसून सत्र से पहले हो जाएगी यानी जल्द ही भारत में राज्यों की संख्या 28 से बढ़कर 29 होने जाएगी। आंध्र प्रदेश के कांग्रेस प्रभारी दिग्विजय सिंह ने कहा है कि निर्णायक फैसले का इंतजार कीजिए।
कोर ग्रुप की इस बैठक में ए के एंटनीए पी चिदम्बरमए सुशील कुमार शिंदे और गुलाम नबी आजाद ने भी हिस्सा लिया। इससे पहले सिंह ने आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री किरन कुमार रेड्डी सहित राज्य के विभिन्न नेताओं से करीब तीन घंटे तक चर्चा की।
सूत्रों ने कहा कि अलग.अलग मुलाकातों में मुख्यमंत्रीए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और उप.मुख्यमंत्री ने दिग्विजय सिंह के सामने अपनी.अपनी बातें रखीं। हाल ही में दिग्विजय सिंह ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को इस मुद्दे पर एक रिपोर्ट सौंपी थी। कांग्रेस कोर ग्रुप ने इस महीने की शुरुआत में तेलंगाना मुद्दे पर चर्चा की थी और आखिरी फैसले के लिए मामला कांग्रेस कार्यसमिति पर छोड़ने का फैसला किया था।
पार्टी द्वारा अलग तेलंगाना के पक्ष में फैसला लिए जाने की अटकलों के बीच गैर.तेलंगाना क्षेत्र से सत्ताधारी कांग्रेस के एक विधायक और वाईएसआर कांग्रेस के दो विधायकों ने हैदराबाद में कहा था कि एकीकृत आंध्र प्रदेश के मुद्दे पर समर्थन में उन्होंने अपने पद से ‘इस्तीफा’ दिया है।