जम्मू-कश्मीर में शुक्रवार को हुए आतंकी हमलों के तार पाकिस्तान से जुड़ते नजर आ रहे हैं। दरअसल उरी सेक्टर में ढेर किए गए आतंकवादियों के पास जो फूड पैकेट मिले हैं, वे पाकिस्तानी ब्रांड के हैं। आतंकियों के पास से काफी संख्या में खाने-पीने का सामान मिला है। इनमें ड्राई फ्रूट, बिस्किट के पैकेट और चिकन वगैरह शामिल है। खाने के पैकेट पाकिस्तान में बिकने वाले ब्रांड के हैं और उन पर लिखी हुई भाषा उर्दू है। खाने के सामान की मात्रा से यह साफ हो जाता है कि आतंकी कई दिनों की तैयारी से आए थे।
इसके अलावा आतंकियों से 6 राइफल और 50 से ज्यादा मैगजीन बरामद हुई हैं। सभी आतंकियों के पास दस-दस हैंड ग्रेनेड थे। सेना प्रमुख दलबीर सिंह सुहाग आज श्रीनगर में सैन्य अधिकारियों के साथ आतंकी हमले और सुरक्षा व्यवस्था पर समीक्षा बैठक करेंगे।
कश्मीर के पुलिस महानिरीक्षक अब्दुल गनी मीर के अनुसार कुछ आतंकियों के श्रीनगर में प्रवेश कर जाने के सुराग मिले हैं। इससे आने वाले दिनों में कुछ और आतंकी हमले झेलने पड़ सकते हैं।
गौरतलब है कि शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर में एक के बाद एक चार आतंकी हमले हुए थे। सबसे बड़ा हमला उरी सेक्टर में सेना के कैंप में हुआ था, जहां एक लेफ्टिनेंट कर्नल समेत 11 सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए थे। इसके अलावा श्रीनगर के त्राल और शोपियां में भी हैंड ग्रेनेड से हमले हुए। त्राल हमले में दो नागरिक मारे गए। घटना में लश्कर ए तैयबा का एक शीर्ष कमांडर और सात अन्य आतंकवादी भी मारे गए।
दरअसल, उरी, श्रीनगर, त्राल और शोपियां में तीसरे और चौथे चरण के तहत आगामी दस दिनों में मतदान होने वाले है। जम्मू-कश्मीर में मंगलवार को दूसरे चरण के मतदान में 72 फीसदी मतदान होने के तीन दिनों बाद यह घटना हुई। श्रीनगर में सोमवार को रैली को संबोधित करने वाले मोदी ने आतंकवादी हमले की निंदा करते हुए इसे ज्यादा मतदान से पैदा हुई उम्मीदों को ध्वस्त करने के लिए ‘बेतरतीब प्रयास’ बताया और देश के लिए कुर्बान होने वाले सैनिकों को सैल्यूट किया।
वहीँ दूसरी ओर पाकिस्तान सरकार से मिल रहे सहयोग के बीच आतंकवादी समूह लश्कर-ए-तैयबा का भी संस्थापक हाफिज सईद ने अपने समर्थकों से कहा कि पाकिस्तानियों को आगे आना चाहिए और भारत से ‘आजादी’ हासिल करने में कश्मीरियों की मदद करनी चाहिए।
उसने लाहौर स्थित ऐतिहासिक मीनार-ए-पाकिस्तान में जमात उद दावा के एक मजमे को संबोधित करते हुए कहा, यदि भारत, अमेरिका की मदद के लिए अफगानिस्तान में सैनिक भेज सकता है, तो मुजाहिदीन के पास कश्मीर जाने और अपने भाइयों की मदद करने का पूरा हक है। कश्मीरी भी मदद की फरियाद कर रहे हैं और उनकी अपील पर जवाब देना हमारा कर्तव्य है।
आतंकवादी घोषित किए जाने के बावजूद पाकिस्तान में छुट्टा घूम रहे सईद ने प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से भारत को यह भी दृढ़ता से कहने को कहा कि कश्मीर मुद्दा का हल संयुक्त राष्ट्र के संकल्प के तहत शांतिपूर्ण तरीके से हो। अन्यथा यह उनकी सरकार के लिए बाध्यकारी होगा कि आजादी हासिल करने में कश्मीरियों का पूरा समर्थन किया जाए।