नई दिल्ली : जमानत पर बाहर चल रहे लश्कर-ए-तैयबा के एक संदिग्ध को मुरादाबाद पुलिस ने नकली दस्तावेज तैयार करने के आरोप में फिर से गिरफ्तार किया है।
हथियार और खतरनाक विस्फोटक रखने के आरोप में सजायाफ्ता आरोपी जमानत पर बाहर था और अब उसे नकली पासपोर्ट और दस्तावेज बनाने के लिए अरेस्ट किया गया है। अली पर पीएम नरेंद्र मोदी को मारने की योजना बनाने का आरोप भी लगा था।
पुलिस के अनुसार, फरहान अहमद अली नाम के इस 48 वर्षीय युवक ने 2011 में कुवैत जाने के लिए इस नकली पासपोर्ट का इस्तेमाल किया था, जो जमानत की शर्तों का उल्लंघन है। उसे जमीन पर अवैध कब्जे को लेकर की गई एक प्राथमिकी पर हिरासत में लिया गया था और बाद में उसकी घर की तलाशी में नकली राशन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, पैन कार्ड, आधार कार्ड और पासपोर्ट समेत कई फर्जी दस्तावेज मिले। इसके बाद पुलिस ने एटीएस और आईबी को अलर्ट कर दिया और यह दोनों टीमें भी अब फरहान से पूछताछ कर रही हैं।
बता दें, 28 अगस्त 2002 को अली और लश्कर से ही जुड़े एक और युवक शाहिद अहमद को नई दिल्ली के निजामुद्दीन से 4 किलो आरडीएक्स, डेटोनेटर, बंदूक और हथियारों के साथ पकड़ा गया था। उन पर आरोप लगा था कि वे उस समय गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी और संघ के बड़े नेताओं को मारकर 2002 गुजरात दंगों का बदला लेने की योजना बना रहे थे। उन पर दंगों में प्रभावित मुस्लिम युवकों को बरगलाने का आरोप भी लगा था।