न्यायपालिका में भ्रष्टाचार और न्यायिक अफसरों के ट्रांसफर के मुद्दे पर वकीलों ने कल 22 अगस्त को 2 बजे राजस्थान बंद का आह्वान किया।
राजस्थान बंद को सफल बनाने के लिए वकीलों की गठित कमेटियां शहर के व्यापारी और सामाजिक संगठनों से समर्थन को सम्पर्क कर रही है। वकीलों का दावा है कि 250 व्यापारी और सामाजिक संगठन ने राजस्थान बंद में समर्थन का आश्वासन दिया है।
वहीं 26 अगस्त को जयपुर जोधपुर में वकीलों का महापड़ाव का ऐलान भी किया गया है। इधर वकीलों के आंदोलन के तहत जिला न्यायालय एवं अधीनस्थ अदालतों में कामकाज स्थगित रखा गया। वकीलों के आंदोलन के चलते न्यायिक कामकाज ठप है।
वकीलों द्वारा बंद को समर्थन देते हुए इंडियन सामाजवादी शक्ति पार्टी के राजस्थान प्रदेश अध्यक्ष हेमंत शर्मा ने राजस्थान वासियो से अपील की हे कि वो सम्पूर्ण राजस्थान के वकीलों द्वारा न्यायिक भ्रस्टाचार के विरुद्ध चलाये जा रहे इस आंदोलन मे ज्यादा से ज्यादा समर्थन दे ताकि समाज मे फ़ेल रहे न्यायिक भ्रस्टाचार को जड़ से खतम किया जा सके
गौरतलब है कि वकील पिछले 9 जुलाई से न्यायिक बहिष्कार कर रहे हैं हालांकि न्यायिक बहिष्कार खत्म करने के संबंध में न्यायाधीशों और वकीलों की जयपुर और जोधपुर में दो बार बैठक हुई लेकिन दोनों पक्षों के बीच मांगों पर सहमति नहीं बन पाने के कारण वकीलों का आंदोलन जारी है।