आंदोलन के मुश्किल भरे डगर से सियासत की रपटीली राहों पर मजबूती से कदम बढ़ाने वाले ‘आम आदमी’ अरविंद केजरीवाल दिल्लीर के मुख्येमंत्री बन चुके हैं। आज का दिन किसी ऐतिहासिक दिन से कम नहीं है।
दिल्ली के रामलीला मैदान में इतिहास के न जाने कितने पन्ने गढ़े गए हैं। हिन्दुस्तान में बदलाव की सियासत का एक और पन्ना आज इसी रामलीला मैदान में फिर इतिहास की तारीखों में दर्ज हो रहा है।
महज 28 महीने पहले इसी रामलीला मैदान में भ्रष्टाचार मुक्त भारत के लिए एक क्रांति ने जन्म लिया था. इसी रामलीला मैदान में दिल्ली में एक ऐसी सरकार बनी है, जिसका मकसद ही है भ्रष्टाचार का खात्मा।
आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल दिल्ली के सातवें और सबसे युवा मुख्यमंत्री बन गए हैं। रामलीला मैदान में उन्होंने पद और गोपनीयता की शपथ ली। शपथ लेने के बाद उन्होंने कहा, ‘मेरे ऊपर और मेरे मंत्रियों के ऊपर बहुत बड़ी जिम्मेदारी आ गई है। मैं भगवान से प्रार्थना करता हूं कि हम जाने-अनजाने कोई गलती न करें। हम सफल होंगे या नहीं ये नहीं पता, लेकिन हम कोशिश करेंगे।
शपथ लेने के बाद अरविंद केजरीवाल राजघाट पहुंचे। केजरीवाल ने महात्मा गांधी के समाधि स्थल पर जाकर श्रद्धा सुमन अर्पित किए। उन्होंने कहा, ‘सच्चाई का रास्ता आसान नहीं होता, कांटों भरा होता है। जैसे आज तक हम सारी चुनौतियों का सामना करते हैं, उसी तरह दिल्ली की जनता मिलकर आने वाली सभी चुनौतियों का सामना करेगी।’
राजघाट से दिल्ली सचिवालय के लिए निकले अरविंद केजरीवाल। दिल्ली सचिवालय के अपने दफ्तर में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल। केजरीवाल ने समर्थकों से कहा, ‘इस बात का ध्यान रखें कि हम सेवा करने आए हैं। कभी घमंड न करें। कहीं ऐसा न हो कि कल किसी पार्टी का जन्म हमारा घमंड तोड़ने के लिए हो।
आम आदमी को अपना ‘नायक’ मिल गया है। समर्थकों के हाथ में ये पोस्टर्स कुछ ऐसा ही कह रहे हैं। अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली की जनता को संबोधित करते हुए कहा, ‘इंसान का इंसान से होई भाईचारा, यही पैगाम हमारा।’ केजरीवाल ने अपने मंत्रियों के विभाग भी बांट दिए हैं। उन्होंने अपने पास गृह, वित्त, योजना और ऊर्जा विभाग रखा है।
आम आदमी पार्टी के विधायक मनीष सिसोदिया ने मंत्री पद की शपथ ली। पेशे से पत्रकार रहे 41 साल के सिसोदिया पटपड़गंज से आप के विधायक हैं। उन्होंने बीजेपी के नकुल भारद्वाज को भारी मतों से हराया था। मनीष सिसोदिया शिक्षा, पीडब्ल्यूडी और शहरी विकास विभाग का काम देखेंगे।
पेशे से वकील और मालवीय नगर से आम आदमी पार्टी के विधायक सोमनाथ भारती ने भी मंत्री पद की शपथ ली। भारती को सरकार के खिलाफ आईआईटी ऐडमिशन प्रोसेस में परिवर्तन को लेकर किए गए संघर्ष से बेहतर जाना जा सकता है। सोमनाथ भारती को टूरिजम, कानून और प्रशासनिक सुधार का जिम्मा सौंपा गया है।
शकूर बस्ती विधान सभा क्षेत्र से आम आदमी पार्टी के विधायक सत्येंद्र जैन भी केजरीवाल कैबिनेट में शामिल हो गए हैं। सत्येंद्र जैन स्वास्थ्य और उद्योग विभाग के मंत्री बने हैं। तस्वीर में पद और गोपनीयता की शपथ लेते सत्येंद्र जैन।
पेशे से पत्रकार और मंगोलपुरी से आम आदमी पार्टी की विधायक राखी बिड़ला ने मंत्री पद की शपथ ली। तीन महिला विधायकों में से पार्टी ने राखी को कैबिनेट में जगह दी है। राखी बिड़ला को महिला एवं बाल कल्याण और सामाजिक न्याय विभाग का दायित्व सौंपा गया है।
मादीपुर से आम आदमी पार्टी के विधायक गिरीश सोनी शपथ लेते हुए। सोनी ने 1980 से भारत की जनवादी नौजवान सभा के साथ काम किया। इसके बाद वह आम आदमी पार्टी से जुड़े थे। गिरिश सोनी एससी/एसटी और श्रम विभाग का कामकाज देखेंगे।
पेशे से इंजिनियर सौरभ भारद्वाज को कैबिनेट में जगह दी गई है। उन्हें उपराज्यपाल ने पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। सौरभ आम आदमी पार्टी के युवा चेहरे हैं। ‘आप’ जॉइन करने से पहले सौरभ गुड़गांव में एक मल्टि नैशनल कंपनी में कार्यरत थे। सौरभ भारद्वाज को परिवहन मंत्रालय का काम सौंपा गया है।
अरविंद केजरीवाल ने मुख्यमंत्री बनने के बाद जनता को संबोधित किया। उन्होंरने कहा कि देश के लोग निराश हो चुके थे. लेकिन इस बार दिल्लीा के विधानसभा चुनाव में हमने दिखा दिया कि ईमानदारी से भी राजनीति की जा सकती है। केजरीवाल ने याद दिलाते हुए कहा कि इसी रामलीला मैदान से आंदोलन की शुरुआत हुई थी। आम लोगों ने मिलकर सियासत की तस्वी र बदलने की ठानी है।
सीएम केजरीवाल ने कहा कि अगर कोई सरकारी कर्मचारी रिश्वकत मांगे, तो उसे मना मत करना। उससे ‘सेटिंग’ करके भ्रष्ट कर्मचारी को रंगे हाथों पकड़वा देना। केजरीवाल ने वहां मौजूद लोगों को शपथ दिलाई कि कोई भी जीवनभर रिश्वभत न ले, न ही दे।
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अगर सदन में बहुमत साबित नहीं हो पाता है, तो कोई बात नहीं। बहुमत पास हो या फेल हो, हम सत्ता के लिए नहीं आए हैं। अगले चुनाव में जनता आम आदमी पार्टी को भारी बहुमत से जिताएगी।
केजरीवाल ने कहा कि कभी भी हमारे मन में घमंड नहीं होना चाहिए। कहीं ऐसा न हो जाए कि किसी और पार्टी को हमारा घमंड तोड़ने के लिए आगे आना पड़ा।
शपथ ग्रहण समारोह में अन्ना हजारे, केजरीवाल की पूर्व सहयोगी किरण बेदी, जस्टिस संतोष हेगड़े और एडमिरल रामदास के अलावा किसी के बैठने के लिए वीआईपी इंतजाम नहीं किया गया। हालांकि अन्नाा समारोह में नहीं आए। खास और आम के साथ केजरीवाल के परिवार के लोग भी उसी दर्शक दीर्घा में विराजमान होकर दिल्ली में ऐतिहासिक शपथ ग्रहण के गवाह बने, जिसमें दिल्ली और देश के दूसरे हिस्सों से आए आम लोग मौजूद थे।
केजरीवाल ने आने वाली चुनौतियों को जिक्र करते हुए कहा कि भ्रष्टऐ ताकतें तरह-तरह की बाधाएं खड़ी करेंगी, उससे पार पाना होगा। उन्होंिने कहा कि आम लोग देश और समाज को मिलकर बदलेंगे।