नई दिल्ली : देश ही नहीं दुनिया के सर्वाधिक प्रदूषित शहरों में शुमार दिल्ली में बारिश के थमते ही सामान्य स्तर की हवा में सांस लेने का हक भी छिन गया है। बता दें कि दिल्ली की हवा एक बार फिर से खराब स्तर पर पहुंच गई है। जानकारी के मुताबिक, पिछले 48 घंटों के दौरान दिल्ली में वायु प्रदूषण खतरनाक स्तर तक बढ़ा है और शनिवार और रविवार को स्थिति और बिगड़ने की आशंका है। वहीं, इसके पीछे हैरान करने वाली बात सामने आ रही है। बताया जा रहा है कि दिल्ली में खतरनाक वायु प्रदूषण के पीछे मिडल ईस्ट (मध्य पूर्व) से आने वाली धूल भरी हवा है। इतना ही नहीं, यह धूल भरी हवा देश के दक्षिणी पश्चिम हिस्से की हवा भी प्रदूषित कर रही है।
दिल्ली के साथ साथ पूरा देश प्रभावित
दिल्ली समेत देश के पूरे दक्षिण पश्चिमी हिस्से में एयर क्वॉलिटी गड़बड़ाने की आशंका है। ओमान और मिडल ईस्ट के दूसरे हिस्सों से उठने वाली धूल भरी आंधी का असर यहां भी पड़ रहा है। दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (DPCC) ने हालात के मद्देनजर इससे संबंधित विभागों को प्रदूषण नियंत्रित करने का निर्देश जारी किया है। इसके अलावा खतरे के मद्देनजर उनसे एक्शन रिपोर्ट भी पेश करने को कहा है।
दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, 2 अगस्त से दिल्ली की हवा में धूल की मात्रा में तेजी से इजाफा हुआ है। इसके पीछे अरब प्रायद्वीप की धूल है, जिसने दिल्ली की हवा में धूल की मात्रा में इजाफा किया है। इसी धूल का असर है कि एक दिन पहले शुक्रवार को दिल्ली का एयर क्वॉलिटी इंडेक्स 213 रिकॉर्ड किया गया। शुक्रवार को औसतन पीएम 10 का स्तर 259 माइक्रोग्राम पर क्यूबिक रहा जो कि सुरक्षित स्टैंडर्ड से ढाई गुना ज्यादा था। यह स्तर बच्चों और बूढ़ों के स्वास्थ्य के मद्देनजर खतरनाक है।
सफर इंडिया की एडवाइजरी के अनुसार दिल्ली में संवेदनशील लोगों को इस समय अधिक देर तक बाहर नहीं रहना चाहिए। दिल की बीमारी, अस्थमा के रोगियों को विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है। जबकि स्वस्थ लोगों को भी इस तरह की हवा में परेशानी हो सकती है।
अभी और बढ़ेगा दिल्ली का प्रदूषण
आने वाले कुछ दिनों तक प्रदूषण लगातार बढ़ेगा। हालांकि अभी अगले तीन दिन इसके बेहद खराब स्थिति में आने के आसार नहीं हैं। शुक्रवार से पहले गुरुवार को ही दिल्ली का एयर इंडेक्स 235 के स्तर पर पहुंच गया था, बुधवार को यह 153 था। ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रेप) नेटवर्क के मुताबिक दिल्ली के सबसे प्रदूषित क्षेत्रों में द्वारका, मुंडका और मथुरा रोड शामिल रहा। द्वारका का एयर इंडेक्स 345, मुंडका का 336 और मथुरा रोड का 311 रहा, यह बेहद खराब स्थिति है। इसके अलावा दिल्ली में कई जगहों पर एयर इंडेक्स 280 से अधिक रहा।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार प्रदूषण की मुख्य वजह पीएम 10 है। बारिश की वजह से जो धूल मिट्टी जम गई थी, वह अब तेज धूप की वजह से सूख गई है। वहीं बहती हुई मिट्टी सड़कों पर भी जम चुकी है। ऐसे में ट्रैफिक के चलने के साथ यह धूल हवा में घुलने लगी है और प्रदूषण को बढ़ा रही है। सफर के मुताबिक अगले तीन दिनों में प्रदूषण बढ़ेगा। इसमें करीब 30 से 40 फीसद की वृद्धि हो सकती है।
मौसम विभाग के अनुसार मानसून अभी ब्रेक पर है। पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और पश्चिमी मध्य प्रदेश में शुष्क हवा चल रही है। इसके चलते उत्तर-पश्चिमी भारत के साथ राजस्थान और पश्चिमी मध्य प्रदेश तक अगले कुछ दिनों में बारिश नहीं होगी। लिहाजा, इन क्षेत्रों में धूल बढ़ेगी और यही प्रदूषण बढ़ने की बड़ी वजह है। दिल्ली ही नहीं, एनसीआर में भी प्रदूषण तेजी से बढ़ रहा है।
तापमान में वृद्धि के साथ बढ़ी गर्मी
स्काईमेट के अनुसार, मानसून ट्रफ दिल्ली के उत्तर की तरफ स्थानांतरित हो गया है। इसकी वजह से हवा की दिशा में बदलाव आया है। दक्षिण-पूर्व की जगह पर पश्चिम की सूखी व गर्म हवा दिल्ली पहुंच रही है। लिहाजा, अगले पांच से छह दिन तक मौसम गर्म और सूखा ही रहेगा। इस बीच सात या आठ अगस्त तक ही दिल्ली एनसीआर समेत उत्तर पश्चिम में मानसून दोबारा से सक्रिय होगा। इस दौरान मानसूनी ट्रफ दिल्ली के करीब आएगा जिससे यहां मध्यम बारिश होने की संभावना है। बारिश से तापमान में फिर से कमी आएगी लेकिन बंगाल की खाड़ी से नम हवा दिल्ली आएगी जिससे उमस बढ़ेगी।