कानपुर। महिला हिंसा पर प्रकाशित खबरों को आधार लेते हुऐ विगत 30 अगस्त को शहर के स्वयंसेवी इंजीनियर पंकज कुमार ने बढ़ रही महिला हिंसा की घटनाओ पर अंकुश लगाने हेतु राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष को एक जनहित याचिका भेजी थी। जिस पर आयोग के असिटेंट रजिस्ट्रार (ला) के हवाले से 22 अक्टूबर 2012 को कानपुर एसएसपी को याचिका की एक कापी भेजते हुऐ अपने स्तर पर महिला हिंसाओ की घटनाओं पर अंकुश लगाने हेतुप्रभावी कार्रवार्इ करने का निर्देश दिया था।
- महिला उत्पीड़न के मामलों पर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग हुआ सख्त
- कल्याणपुर सीओ हिमाशु कुमार को सोंपी जांच
- सीओ कल्यानपुर कार्यालय में स्वयं सेवी दल के सात सदस्यों ने भी दर्ज कराऐ बयान
एसएसपी ने आयोग के आदेश पर सीओ कल्याणपुर हिमांशु कुमार को महिला हिंसा के मामले पर इस याचिका की जांच सोंपी है। दिनांक 21 मार्च 2013 को सीओ ने कार्यालय में उपसिथत होकर याचिकाकर्ता को जाँच में अपने अभिकथन अंकित कराने हेतु एक नोटिस जारी किया था। जिस पर सोमवार को स्वयं सेवी दल के वरिष्ठ अधिवक्ताओं सहित सात सदस्यों के साथ सीओ कार्यालय में अपने बयान दर्ज कराने पहुँचेे।
इस खबर को समाचार पत्रों में प्रकाशित की गर्इ 23 कटिंग साक्ष्य के रूप में प्रस्तुत की गर्इ। सीओ कार्यालय में उन्होने बयान दर्ज कराते हुऐ कहा कि शहर में लगातर बढ़ रही महिला हिंसा की घटनाओं से उनको आत्मवेदना हुर्इ है जिसपर उन्होने आयोग में याचिका दाखिल की। उन्होने कहा कि मानवीय आधार पर पुलिस महिला हिंसा के मामलो पर प्रभावी कार्यवाही करें।
इस दौरान स्वयंसेवी दल के सदस्य एडवोकेट कौशल किशोर शर्मा, एडवोकेट अपर्णा सिंह, इंजीनियर अंकुर कटियार, शैलेन्द्र सिंह, इंदू सिंह और ममता गुप्ता ने भी बयान में दर्ज कराया कि महिला हिंसा की रोकथाम के लिऐ स्वयंसेवी दल के सदस्य पुलिस के साथ पूर्ण रूप से अपना सहयोग देगें।