कोविड-19 के बाद सामान्य हुए हालात में दर्शकों की रुचि पुन: सिनेमाघरों की ओर बढ़ी लेकिन दर्शकों ने 5 नवम्बर के बाद से लगातार प्रदर्शित हो रही फिल्मों में एक मात्र द कश्मीर फाइल्स को जिस तरह से तवज्जो दी है उसने एक बार फिर से सिद्ध कर दिया है कि दर्शक आज सिर्फ और सिर्फ अच्छे कथानक पर फिल्मों को देखना चाहता है। द कश्मीर फाइल्स 1990 में कश्मीर से बेघर हुए कश्मीरी पंडितों की सच्ची दास्तान है, जिसने दर्शकों को अन्दर तक छुआ और नतीजा बॉक्स ऑफिस पर सुनामी आ गई।
11 मार्च को सिनेमाघरों में उतरी द कश्मीर फाइल्स भारतीय सिने इतिहास की पहली ऐसी फिल्म बन गई है जो रोज बॉक्स ऑफिस पर कमाई के नए रिकॉर्ड कामयाब करते हुए अपना स्वयं का बनाया रिकॉर्ड ही तोड़ती जा रही है। इस फिल्म ने 10 दिन में बॉक्स ऑफिस पर 167.45 करोड़ से ज्यादा का कारोबार कर लिया है। कल रविवार को इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर 26.20 करोड़ की कमाई की है।
द कश्मीर फाइल्स जिस गति से बॉक्स ऑफिस पर दर्शकों की भीड़ जुटा रही है उसे देखते हुए यह कहा जा सकता है कि यह फिल्म कल अर्थात् मंगलवार को 200 करोड़ के आंकड़ें को छूने में सफल हो जाएगी। पहले दिन 3.55 करोड से शुरूआत करने वाली इस फिल्म ने अपने दूसरे सप्ताहांत में बॉक्स ऑफिस पर 70 करोड़ से ज्यादा का कारोबार करने में सफलता प्राप्त की है—दूसरे शुक्रवार को इसने 19.15, शनिवार को 24.80 और रविवार को 26.20 करोड़ का कारोबार करते हुए सप्ताहांत में 70.15 करोड़ एकत्रित किए हैं।
निर्देशक विवेक रंजन अग्निहोत्री ने इस फिल्म को मात्र 12 करोड़ की लागत में बनाया है। इस फिल्म और उसके निर्देशक का बॉलीवुड ने एक तरह से बहिष्कार कर दिया था। सोनी चैनल के लोकप्रिय शो द कपिल शर्मा शो में इस फिल्म को प्रमोट करने से इस शो के निर्माताओं ने इंकार कर दिया था, जिसे लेकर सलमान खान और कपिल शर्मा की बहुत आलोचना हुई थी। अग्निहोत्री की पिछली फिल्म द ताशकंद फाइल्स भी विवादों में रही थी। सीमित बजट में बनी उस फिल्म ने भी बॉक्स ऑफिस पर बेहतरीन कारोबार किया था।