आवासीय संस्था के एक वरिष्ठ अधिकारी ने रविवार को बताया कि डीडीए की इस आवासीय योजना में विभिन्न वर्गों के 26,000 से अधिक फ्लैटों के निर्माण का प्रस्ताव है। इनमें से ज्यादातर का निर्माण हरित प्रौद्योगिकी से किया जाएगा।
डीडीए के उपाध्यक्ष बलविंदर कुमार ने बताया, हमारे पास एक कमरे वाले 24,000 अपार्टमेंट हैं और डीडीए की 2014 की आवासीय योजना में अन्य 2,000-2,500 फ्लैटों की भी व्यवस्था की गई है। ये आवास रोहिणी, नरेला और द्वारका में बनाए जाएंगे और इनकी कीमत 14-15 लाख रुपये से लेकर एक करोड़ रुपये तक होगी। इस तरह जुलाई अंत तक हम अब तक की सबसे बड़ी आवासीय योजना लाने में सक्षम होंगे।
डीडीए द्वारा वर्ष 2010 में 16,000 फ्लैटों वाली आवासीय योजना लाने के चार साल बाद यह बहुप्रतीक्षित आवासीय योजना लाई गई है। कुमार ने कहा, 24,000 फ्लैट जहां कम कीमत वाले होंगे, वहीं शेष 2,000-2,500 फ्लैटों में एलआईजी, एमआईजी और एचआईजी वर्गों के फ्लैट शामिल होंगे। हम इस बात पर चर्चा करने के लिए जल्द ही बैठक करेंगे कि एक कमरे वाले फ्लैट सबके लिए हों अथवा सिर्फ समाज के आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लिए।
फ्लैटों की विशेषताओं के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा, ज्यादातर घर प्री फेब्रिकेटिड और हरित प्रौद्योगिकी से निर्मित होंगे। इस प्रौद्योगिकी का पहली बार डीडीए आवासों में प्रयोग होगा।