नई दिल्ली: CBI ने प्रद्युम्न हत्या मामले में एक बड़ा खुलासा किया है। CBI ने रेयान इंटरनेशनल स्कूल के ही 11वीं कक्षा में पढ़ने वाले छात्र को गिरफ्तार कर लिया है। CBI का कहना है कि प्रद्युम्न की हत्या में बस कंडेक्टर का कोई रोल नहीं है।
आपको बता दें कि 16 साल के स्टूडेंट ने परीक्षा और (PTM) पैरेंट्स टीचर मीटिंग को टालने की वजह से प्रद्युम्न की हत्या कर इस घटना को अंजाम दिया। सीबीआई ने CCTV फुटेज के आधार पर 11वीं के स्टूडेंट को गिरफ्तार किया है। CBI ने बताया कि आरोपी छात्र ने एक दिन पहले ही चाकू खरीदा था। वहीं CBI ने हरियाणा पुलिस की थ्योरी खारिज कर दी है। CBI का कहना है कि प्रद्युम्न का यौन शोषण नहीं हुआ।
यह भी बताया गया है कि दोपहर दो बजे के बाद नाबालिग छात्र को जुवेनाइल कोर्ट में पेश किया जाएगा, जहां पर जांच एजेंसी रिमांड की मांग करेगी। बताया जा रहा है कि आरोपी छात्र को हिरासत में लेने से पहले सीबीआइ अधिकारियों ने उससे 4-5 बार पूछताछ की थी।
वहीं गिरफ्तार बेटे के पिता का कहना है कि उनके बेटे को जल्दबाजी में नाजायज तरीके से पकड़ा गया है, वह बेगुनाह है। जबसे ये मामला सामने आया है, पहले दिन से हम पुलिस को सहयोग कर रहे थे। CBI के हाथ में केस जाने के बाद से हम उन्हें भी मदद कर रहे थे। उन्होंने कहा, ‘पुलिस ने मेरे बेटे का बयान 164 के तहत दर्ज किया था। CBI ने हमें 4 बार बुलाया। चौथी बार मंगलवार को बुलाया। इससे पहले हम स्कूल में भी पूछताछ के लिए गए थे, CBI के अधिकारी घर पर भी आए थे।
उन्होंने कहा कि मंगलवार को हम सुबह 11 बजकर 20 मिनट पर CBI ऑफिस दिल्ली गए थे। हमें रात तक बिठाकर रखा गया। फिर CBI के अधिकारियों ने मुझसे कहा कि आपके बेटे ने मर्डर किया है। हम इसे गिरफ्तार कर रहे हैं। जबकि मुझे पता है कि मेरा बेटा प्रद्युम्न को जानता तक नहीं था। पिता ने कहा कि मुझे उसके कबूलनामे वाला पेपर दिखाया गया और कहा गया कि अगर मैं उसपर साइन नहीं करूंगा तो बाहर नहीं जा सकूंगा। रात के 2 बजे मैं वहां से बाहर आ पाया।
गिरफ्तार किए गए स्टूडेंट के पिता ने आगे कहा कि जिस बच्चे की मृत्यु हुई है, उसके साथ मेरी सहानुभूति है लेकिन बेवजह किसी बेकसूर को नहीं फसाया जाना चाहिए। मेरे बेटे ने टॉयलेट में शव देखते ही माली और टीचर्स को बताया था, उसके कपड़ों पर कहीं भी खून के निशान नहीं थे।
उधर, छात्र की हिरासत के बाद प्रद्युम्न के पिता वरुण ठाकुर ने कहा है कि उनका शक सही निकला है। उन्होंने कहा था कि इस हत्या में कंडक्टर नहीं कोई और है। उन्होंने कहा कि उन्हें सीबीआई पर पूरा भरोसा है कि वो उनके बेटे के हत्यारों तक जरूर पहुंचेगी।
8 सितंबर को गुरुग्राम के रायन इंटरनेशनल स्कूल में जिस तरह से सात साल के मासूम प्रद्युम्न की हत्या हुई उसने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया। इस वारदात के बाद गुरुग्राम पुलिस ने सबसे पहले बस कंडक्टर अशोक कुमार को गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी के बाद आरोपी ड्राइवर ने हत्या की बात स्वीकार की थी, लेकिन बाद में वह अपने बयान से पलट गया था और उसने फंसाने की बात कही थी।
ड्राइवर ने यह भी कहा था कि दबाव में आकर उसने हत्या की बात स्वीकार की थी। इसके बाद भारी दबाव के बीच हरियाणा सरकार ने इस मामले की जांच सीबीआइ को सौंप दी थी।
जांच की शुरुआत में सीबीआइ ने इस मामले में बस कंडक्टर के साथ ही स्कूल के माली हरपाल, कई टीचर, नॉन टीचिंग स्टाफ और मैनेजमेंट जुड़े लोगों से पूछताछ की थी।
इतना ही नहीं, सीबीआइ ने बस कंडक्टर और माली के साथ रेयान इंटरनेशनल स्कूल जाकर क्राइम सीन रिक्रिएट किया था। जिस टॉयलेट में वारदात को अंजाम दिया गया वहां भी जांच की गई थी।
गौरतलब है कि 8 सितंबर को गुरुग्राम के रेयान इंटरनेशल स्कूल में एक दर्दनाक हादसा सामने आया था। भोंडसी स्थित रायन इंटरनेशनल के टॉइलट में दूसरी क्लास के छात्र प्रद्दुम्न का शव पाया गया था। पुलिस ने इस मामले में हत्या का केस दर्ज किया। पुलिस पर उठे सवालों और मामले के तूल पकड़ने पर हरियाणा सरकार ने मामले को सीबीआइ को सौंप दिया था।
रायन इंटरनेशनल स्कूल में सात साल के प्रद्युम्न ठाकुर की हत्या मामले में सीसीटीवी का एक सनसनीखेज फुटेज सामने आया था। इस फुटेज में जो दिखा उसे देखकर सब चौंक गए थे। फुटेज में खून से लथपथ प्रद्युम्न एक जांबाज जवान की तरह अपनी कटी गर्दन थाम रेंगते हुए टॉयलेट से बाहर निकलता हुआ दिखाई दिया था। इस वीडियो का एसआइटी टीम ने कई बार देखा गया था।