अखबार ने अपनी रिपोर्ट में पूर्व सीआइए कर्मचारी एडवर्ड स्नोडेन द्वारा जारी किए गए दस्तावेजों के हवाले से बताया कि इन दोनों इंटरनेट कंपनियों के नेटवर्कों सेदलाखों रिकार्ड प्रतिदिन चोरी किए जाते थे।
रिपोर्ट के अनुसार एनएसए सर्वर को हैक करने के स्थान पर गोपनीय जानकारियज्ञं उसी समय हासिल कर लेता है जब वो डाटा के रूप में ऑप्टिकल फाइबर केबल के जरिए किसी नेटवर्क डिवाइस से सर्वर तक यात्रा कर रही होती है। एजेंसी ने जो जानकारियां जुटाई थी उसमें मेंटा डाटा से लेकर टेक्स्ट, ऑडियो और वीडियों तक शामिल थे, जिसे बाद में एनएसए के प्रोग्राम मसक्यूलर से प्रोसेस किया गया है।
इस खलासे के बाद गूगल के मुख्य कानूनी अधिकारी डेविड ड्रमंड ने कहा है कि सरकार ने हमारे निजी फाइबर नेटवर्क से जिस तरह डेटा इकट्ठा किया है उससे हम खासे नाराज हैं। इसमें तत्काल सुधार की जरूरत है। गूगल ने इस कार्यक्रम के प्रति अपनी अनभिज्ञता भी जताई है। पोस्ट द्वारा खुलासा किए जाने के बाद एनएसए के प्रवक्ता ने बयान जारी कर अखबार की रिपोर्ट को झूठ करार दिया।