फ्रेंचाइजी को खिलाडि़यों और सपोर्ट स्टाफ को किए गए सभी भुगतान का पूरा ब्योरा देना होगा। लंबे समय से निशाने पर रही चीयरलीडर्स को विदा कर दिया गया है। इसी तरह मैच के बाद
होने वाली पार्टियों से भी तौबा कर ली गई है। यहां तक कि मुकाबलों के दौरान स्टेडियम में मोबाइल फोन के सिग्नल ही ठप कर देने का भी प्रस्ताव रखा गया है।
कार्य समिति की बैठक के दौरान IPL को फिर साफ-सुथरा करने के लिए बारह कदम उठाए गए हैं। हालांकि मोबाइल जैमर लगाने के लिए सरकारी एजेंसियों की अनुमति लेनी होगी। मगर खिलाडि़यों और टीम मालिकों के वित्तिय लेन-देन में ज्यादा पारदर्शिता लाने का फैसला सभी के लिए फायदेमंद होगा।
बोर्ड के द्वारा उठाए गए कदमः-
1. अश्लीलता खत्म की जाएगी, चीयरलीडर्स नहीं होगी। मैच के बाद होने वाली पार्टियों पर भी रोक।
2. मैच के दौरान मैदान में मोबाइल फोन टावर को जाम किया जाए।
3. राष्ट्रीय चयनकर्ताओं को किसी भी रूप में फ्रेंचाइजी से जुड़ने की छूट नहीं होगी।
4. मैच के दौरान टीम मालिक डग आउट और ड्रेसिंग स्म में दाखिल नहीं हो सकेंगे।
5. सभी खिलाडि़यों को अपने हर तरह के वित्तिय लेन-देन का पूरा ब्योरा बोर्ड को सौपना होगा।
6. अब खिलाडि़यों के डयरप्लग या माइक्रोफोन के इस्तेमान पर भी रोक होगी।
7. कप्तानों की बैठक बुलाकर सुझाव मांगे जाएंगे।
8. खिलाडि़यों, सपोर्ट स्टाफ औी टीम मालिकों को टूर्नामेंट शुरू होने से पहने ही अपने मोबाइल नंबर का ब्योरा देना होगा।
9. होटल से लेकर मैदान तक में खिलाडि़यों पर ज्यादा पैनी नजर रखी जाएगी।
10. फ्रेंचाइजी को खिलाडि़यों और सपोर्ट स्टाफ को किए गए सभी भुगतान का पूरा ब्योरा सौपना होगा
11. खिलाड़ी, सहायक स्टाफ और टीम मालिकों के लिए आचार संहिता का सख्ती से पालन करना।
12. सुरक्षा व्यवस्था नए सिरे से सुनिश्चित की जाएगी।