नई दिल्ली : वैसे तो देश में हिंदू मुसलमान समुदाय के बीच विवाद का मुद्दा बना ही रहता है लेकिन बावजूद इसके देश में कुछ मुसलमान ऐसे भी हैं जो देश की शान के लिए अपना सर्वश्व न्योछावर कर रहे हैं।
दरअसल, देश की स्वतंत्रता और संप्रभुता का प्रतीक तिरंगे के बाजार पर भी चीनकब्जा जमाने लगा था। दिल्ली के सदर बाजार में झंडों के थौक विक्रेता ने बताया कि दिल्ली में चीनी तिरंगे तेजी से लोकप्रिय हो रहे हैं। यहां बिकने वाले झंडों में 20 प्रतिशत चीन से आयात होता है और 80 प्रतिशत भारतीय है। दीपक ने बताया कि अधिकतर कॉरपोरेट कार्यालय और दूसरे बड़े संस्थान चीन में बने तिरंगे ही खरीदते हैं।
दुनिया के हर देश का झंडा बेचने वाले विक्रेता दीपक का कहना है कि चीनी सूत के कपड़े पर रंग ज्यादा अच्छी तरह उभरता है और यह ज्याद टिकाऊ भी होता है। यही कारण है कि 20 प्रतिशत ज्यादा कीमत होने के बावजूद लोग चीनी झंडा खरीदते हैं। इस बीच हिंदु मुस्लिम समुदाय के लोग देश के लिए एक मिसाल साबित हो रहे हैं। जो एक साथ मिलकर चीनी तिरंगे को ठुकराकर खुद तिरंगे का निर्माण कर रहे हैं। ये लोग अलग अलग साइज के तिरंगे बनाने में माहिर हैं।
15 अगस्त से पहले हर गली मुहल्ले में तिरंगा दिखाई देना शुरु हो जाता है। रेड लाइट पर, रेस्तरां पर, सड़क पर हर जगह तिरंगा देश की शान लिए खड़ा रहता है। लेकिन क्या कभी सोचा है कि ये तिरंगा बनाता कौन है।
आपको बता दें कि तिरंगा बनानी वाले आधे से अधिक परिवार पुरानी दिल्ली के रहने वाले मुसलमान हैं। जो घरों पर तिरंगा बनाकर दिल्ली के सदर बाजार में होलसेल चलाते हैं। तिरंगा बनाने का काम हिंदू मुसलमान मिलकर करते हैं। मुसलमानों का कहना है कि हम दिल से हिंदुस्तान हैं इसलिए हिंदस्तान से प्रेम है। हम इसके लिए कुछ भी करने को तैयार हैं।
15 अगस्त के दौरान हजारों में तिरंगा बनाने का ऑर्डर आता है। भारी मात्रा में यहां तिरंगा बनाया जाता है। यहां हर तरह के साइज के तिरंगों की ऑर्डर लिया जाता है। तस्वीर में दिख रही महिला अपने घर में तिरंगा बनाती है। कहती है देश की शान है तिरंगा, इसे घर पर बनाने से घर की शोभा दोगुनी हो जाती है। इस जगह की खास बात ये है कि यहां ना ही कोई दुश्मनी और ना धर्म को लेकर किसी विवाद की कोई जगह है, यहां आपको सिर्फ देश के प्रति प्यार दिखाई देगा। तिरंगा बना रहे लोगों का कहना है कि इस साल उन्होंने सबसे बड़े करीब 500 मीटर का तिरंगा बनाया है। जो इस स्वतंत्रता दिवस के मौके पर इसे राजोरी गार्डर में फहराया जाएगा।