यह ट्रेन नहीं बिहार का सरकारी स्कूल है, बिना बस्ते के स्कूल आते हैं और अखबार निकालते हैं बच्चे

पटना : समस्तीपुर जिला स्थित मोहिउद्दनी नगर प्रखंड के नंदनी गांव स्थित मध्य विद्यालय इन दिनों राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा के केंद्र में है। इस स्कूल को देखने दूर दूर से बच्चे और बड़े लोग आ रहे हैं। जानकारी अनुसार इस विद्यालय को शिक्षा एक्सप्रेस ट्रेन के लुक आउट में सजाया गया है। विद्यालय के प्रधानाध्यापक राम प्रवेश ठाकुर ने बताया कि स्कूल के माहौल को खुशनुमा बनाने के लिए यह कदम उठाया गया है।

ताजा अपडेट के अनुसार बिहार के समस्तीपुर में एक विद्यालय ऐसा है जहां हर दिन बच्चे अखबार निकालते हैं। रोज कोई न कोई प्रतियोगिता होती है और खेल का पीरियड भी। यह कोई निजी विद्यालय नहीं, सरकारी स्कूल है। इसका श्रेय जाता है प्राचार्य रामप्रवेश ठाकुर को।

नंदनी स्थित राजकीयकृत मध्य विद्यालय के प्राचार्य रामप्रवेश ठाकुर ने बिना सरकारी सहायता के ही पूरे स्कूल की शक्ल एक ट्रेन के रूप में बदल दी। कभी जर्जर दीवारों और दीमक लगे दरवाजों की पहचान वाला स्कूल आज शिक्षा एक्सप्रेस के रूप में प्रतिष्ठा पा चुका है। उनके एक छोटे से प्रयोग ने ऐसा माहौल बनाया कि छात्र रोज सुबह 10 बजने का इंतजार करने लगे हैं। हर कक्षा में उपस्थिति रोजाना शत प्रतिशत रहने लगी।

प्राचार्य राम प्रवेश अक्सर स्कूल में कुछ ना कुछ रचनात्मक कार्य कराते रहते हैं। फरवरी में स्कूल को ट्रेन का स्वरूप दिया तो अप्रैल में चाइल्ड फ्रेंडली रूम शुरू किया। इसके चारों ओर बच्चों से जुड़ी जानकारी लिखी है। फर्श पर लूडो, कैरम आदि खेल प्रिंट हैं। बच्चों को बैग लाने की जरूरत नहीं पड़ती।