नई दिल्ली: हाल ही में जारी एक रिपोर्ट के मुताबिक देश में कुल मरने वालों में एक तिहाई लोग तीन बीमारियों के कारण ही मरते हैं। इसके अलावा डायबिटिज और किडनी से जुड़ी बीमारियों के कारण भी कई मौत हो जाती है।
दरअसल मौत के टॉप 10 कारणों की बात करें तो टॉप-5 पर ये ही पांच बीमारियों मौत की मुख्य वजह है। जिनमे तीन मुख्य है – हार्ट अटैक, फेफड़े से संबंधित बीमारियों और स्ट्रोक से ज्यादातर लोगों की मौत होती है। वहीं ब्रोनक्राइटिस, निमोनिया, डायरिया, टीबी से भी बड़ी तादाद में लोगों की मौत होती है, हालांकि इन बीमारियों से मरने वालों में ज्यादा संख्या प्री-म्योर बच्चों की होती है।
बता दे कि भारत में बड़ी तादाद में मौत सड़क हादसों के कारण भी होती है, लेकिन सड़क दुर्घटना से मरने का कारण 10वें स्थान पर है। भारत में हर साल करीब 10.3 मिलियन लोगों की मौत होती है, जिसमें 60 फीसदी लोग इन 10 कारणों से ही मारे जाते हैं।
ग्लोबल बर्डन और डिसिज-2015 की रिपोर्ट में दुनियाभर के 195 देशों में मौत के करीब 249 कारणों का उल्लेख किया गया है। इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ मैट्रिक्स एंड इवाल्युशन के शोधकर्ताओं द्वारा तैयार की गई इस रिपोर्ट को रिसर्च मैगजीन लांसेट में प्रकाशित किया गया है।
रिपोर्ट के मुताबिक यातायात दुर्घटनाओं के कारण मरने वालों की संख्या भारत व चीन में लगभग समान है। ये दोनों ही देश विश्व की सबसे ज्यादा आबादी वाले देश हैं, इसी कारण यहां वाहनों की संख्या भी बहुत ज्यादा है। रिपोर्ट के मुताबिक बीते 10 सालों में संक्रामक बीमारियों से मौत के मामलों में 20 से 30 फीसदी की कटौती भी हुई है।