मध्य प्रदेश के हरदा के करीब मंगलवार रात एक ही जगह पर कुछ वक्त के अंतराल में दो बड़े ट्रेन हादसे हुए। हरदा से खिड़किया स्टेशन के बीच हुए हादसे में कामायनी और जनता एक्सप्रेस की 17 बोगियां पुलिया धंसने से पटरी से उतर गई हैं। हादसे में अब तक 28 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 100 से अधिक घायल हुए हैं। 200 से अधिक लोगों को सुरक्षित निकाला गया है। कामायनी एक्सप्रेस और जनता एक्सप्रेस के बचे हुए डिब्बों के साथ ट्रेन को इटारसी रेलवे स्टेशन पहुंचा दिया गया है।
जानकारी के मुताबिक, हादसा बुधवार देर रात 11:45 बजे काली माचक नदी से पहले बनी एक छोटी पुलिया की है। ट्रेन संख्या 11071 (मुम्बई-वाराणसी) कामायनी एक्सप्रेस के 11 डिब्बे पुलिया धंसने कारण पटरी से उतर गए, जबकि इसके ठीक बाद 13201 जनता एक्सप्रेस (राजेंद्रनगर-कुर्ला) ठीस उसी जगह हादसे का शिकार हुई। हादसे से ठीक 8 मिनट पहले दोनों ट्रैक से दो गाड़ियां सुरक्षित गुजरी थीं।
रेल मंत्री सुरेश प्रभु खुद हरदा जाने वाले हैं। उनके साथ रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा भी घटनास्थल जाएंगे, वहीं प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी हरदा पहुंचेंगे। घटना के जांच के आदेश दिए हैं। रेलवे सेंट्रेल जोन के कमिश्नर (सेफ्टी) इसकी जांच करेंगे। मुआवजे की भी घोषणा की गई है। । रेलवे ने हादसे में मारे गए लोगों व घायलों के लिए मुआवजे का भी एलान कर दिया है। रेलवे ने मृतकों के परिजनों को दो लाख, घायलों को 50 हजार और सामान्य घायलों को 25 हजार रुपये मुआवजा देने का एलान किया है।
हरदा के डीएम रजनीश श्रीवास्तव ने 28 लोगों की मौत की पुष्टि करते हुए कहा कि घायलों का उपचार किया जा रहा है। रेलवे ने हादसे को लेकर हेल्पलाइन नंबर जारी किया है। हरदा के लिए यह नंबर 97524-46008, वाराणसी के लिए 5422-503814 और मुंबई के लिए 0222-5280005 है।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सुबह तकरीबन साढ़े नौ बजे मौके पर पहुंचे और घटना स्थल का जायजा लिया। हादसे पर दुख व्यक्त करते हुए कहा है कि घटना स्थल पर हर मेडिकल सुविधा मुहैया कराई जा रही है। हादसे पर केंद्रीय रेल मंत्री सुरेश प्रभु आज संसद में बयान देंगे। पीआरओ अनिल सक्सेना ने बताया कि सेंट्रल जोन के रेलवे कमिश्नर सेफ्टी हादसे की जांच करेंगे।
हरदा कलेक्टर ने बताया कि हादसे की खबर मिलते ही मेडिकल और बचावकर्मियों की टीम मौके पर भेज दी गई थी। मंडलायुक्त, होशंगाबाद वीके बाथम ने कहा कि भारी बारिश के कारण इस छोटे पुल पर अचानक ज्यादा पानी आने से ट्रैक के नीचे की मिट्टी बह गई, जिससे यह दुर्घटना हुई।
कैसे हुआ हादसा :
दरअसल, भारी बारिश के चलते माचक नदी में पानी अचानक कई फुट बढ़ गया और नदी पर बना रेलवे पुल धंस गया और मुंबई से वाराणसी जा रही कामायनी एक्सप्रेस और जबलपुर से मुंबई जा रही जनता एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त हो गई। पुलिया से गुजरते वक्त कामायनी के 11 और जनता एक्सप्रेस के पांच डिब्बे व इंजन पुलिया धंसने से नदी में गिर गए। इन बोगियों में चार सौ से अधिक यात्री सवार थे। फ्लैश फ्लड के बाद पुलिया धंसने की वजह से हुए हादसे की पुष्टि पीआरओ अनिल सक्सेना ने की है। उन्होंने बताया कि दोनों ही ट्रेनें छोटी पुलिया पर पटरी से उतरीं हैं।
हादसे के बाद वहां मौजूद लोगों के अनुसार करीब दो सौ लोगों को निकाला गया है। एक ही कोच के 11 लोगों के शव निकाले गए। बारिश के चलते राहत-बचाव कार्य में परेशानी आती रही।
हादसे की वजह से 35 ट्रेनों के रूट बदले गए हैं। सेंट्रल रेलवे के अनुसार, कामायनी एक्सप्रेस के एस1 से एस11 के बीच के सभी डिब्बे, जबकि जनता एक्सप्रेस के पांच डिब्बे पटरी से उतरे। किरण रिजिजू के मुताबिक, हादसे में मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है। सुबह तकरीबन नौ बजे तक रेलवे और एनडीआरएफ के जवान राहत कार्य में जुटे रहे। भोपाल से एनडीआरएफ और महू से सेना की बटालियन भी मौके पर पहुंची।