एक सीनियर पुलिस ऑफिसर मुताबिक रविवार शाम अब्दुल मजीद रंगरेज के घर में छिपे आतंकवादियों से समर्पण करने को कहा गया था, लेकिन इससे उन्होंने इनकार कर दिया। सुरक्षाबलों ने आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना पर अहमदनगर इलाके में अभियान छेड़ा था। शुरुआती गोलीबारी में एक सुरक्षाकर्मी घायल हो गया था।
रविवार शाम जब पुलिस सुरक्षाबलों की मदद से तलाशी अभियान चला रही थी, तब मुठभेड़ शुरू हुई थी। पुलिस को उस घर में आतंकियों के छिपे होने की खबर मिली थी। अधिकारी ने बताया कि शुरूआत में एक पुलिसकर्मी घायल हो गया। उस मकान में रहने वाले दंपति समेत नागरिकों की सिक्यॉरिटी सुनिश्चित करने के लिए रात में अभियान रोक दिया गया। इसी दंपति के घर में आतंकवादी छिपे थे।
आसपास के घरों से लोगों को सुरक्षित निकालने के बाद सुरक्षाबलों ने मकान का सुरक्षा घेरा कड़ा कर दिया। रंगरेज और उसकी पत्नी भी मकान में फंसी थी। इसके चलते सुरक्षाबल अपने अभियान में सावधानी बरत रहे थे। आतंकवादियों ने सोमवार सुबह पति-पत्नी दोनों को मकान से बाहर जाने दिया। पहले पत्नी को और फिर कुछ घंटे बाद पति को भी मकान से बाहर जाने दिया।
इसके बाद सुरक्षाबलों ने आतंकवादियों को ढेर करने के लिए मकान पर धावा बोल दिया। हालांकि, मकान में छिपे आतंकवादियों की पहचान के बारे में पता नहीं चल पाया है, लेकिन पुलिस का मानना है कि दोनों आतंकवादी लश्कर ए तैयबा से हो सकते हैं।