नई दिल्ली : किसी भी मैच में जीत के बाद स्टंप्स उखाड़ते हुए खिलाड़ियों को देखना आम बात है, मगर अब इस बार वर्ल्ड कप के दौरान ऐसा करना मना है। पाकिस्तान के खिलाफ रविवार को खेले गए मैच में टीम इंडिया की शानदार जीत के बाद धोनी और अन्य खिलाड़ियों को भी ऐसा करने से रोक दिया गया।
दरअसल अपनी जीत के बाद टीम इस बार भी स्टंप्स उखाड़कर जीत का जश्न मनाना चाह रही थी लेकिन जैसे ही कप्तान धोनी स्टंप्स उखाड़ने के लिए पहुंचे वहां खड़े अंपायर इयान गोल्ड ने टीम को ऐसा करने से मना कर दिया। मना करने के बाद टीम के सभी खिलाड़ियों ने इस फैसले का सम्मान करते हुए जश्न मनाया और ड्रेसिंग रूम की ओर चले गए।
दरअसल, पहली बार इस वर्ल्ड कप में एलईडी लाइट वाली स्टंप्स और गिल्लियां इस्तेमाल की जा रही हैं। यह स्टंप्स और गिल्लियां काफी महंगी है। इनकी कीमत करीब 25 लाख रुपये है जिसकी वजह से खिलाड़ियों को जीत के बाद स्टंप्स उखाड़ कर ले जाने से मना किया गया है।
इनकी खासियत ये है कि जैसे ही इन्हें कोई छूता है तो ये जगमगाने लगती हैं। इनका इस्तेमाल मैच में सही फैसला लेने में मदद के लिए किया गया है। जब भी थर्ड अंपायर से किसी फैसले के बारे में पूछा जाता है तो सही फैसला लेने में इससे काफी मदद मिलती है क्योंकि जब भी कोई खिलाड़ी बोल्ड होता है या स्टंप्स पर थ्रो लगता है तो स्टंप्स और गिल्लियां लाइट से जगमगा उठती हैं।
हालांकि ऐसा नहीं है कि खिलाडी स्टंप्स नहीं उखाड़ सकते। अगर खिलाड़ी जीत के जश्न में स्टंप्स उखाड़ कर ले जाना चाहता है तो इसके लिए खिलाड़ी को पहले आईसीसी से इजाजत लेनी होगी और अगर इजाजत मिलती है तभी खिलाड़ी ऐसा कर सकते है।
इनका इस्तेमाल सबसे पहले ऑस्ट्रेलिया में ही एक टूर्नामेंट के दौरान साल 2013 में हुआ था जो कि काफी सफल प्रयोग भी माना गया। इस सफल प्रयोग के बाद अब आईसीसी ने इसे वर्ल्ड कप 2015 में भी इस्तेमाल करने का फैसला लिया जिसका अभी तक फायदा भी मिल रहा है।