दिल्ली विश्वविद्यालय (DU) ने नियमित पाठ्यक्रम व स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग में सप्लीमेंट्री परीक्षा समाप्त करने का निर्णय लिया है। डीयू में कुछ कोर्स में सप्लीमेंट्री परीक्षाएं होती थीं, लेकिन सेमेस्टर सिस्टम में उन कोर्स को खतम कर दिया गया है।
अब DU ने चार वर्षीय स्नातक में बीए व बीकाम प्रोग्राम को भी समाप्त कर दिया गया है। ऐसे में अब डीयू में
सप्लीमेंट्री परीक्षा नहीं होगी। यह परीक्षा नवंबर में एनुअल मोड में होती थी। किसी छात्र को कम नंबर आते थे या किसी पेपर में बैक आ जाता था तो यह पूरक परीक्षा देता था। अब DU ने एनुअल और स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग से सप्लीमेंट्री परीक्षा पूरी तरह समाप्त कर दिया है। हालांकि, स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग में सप्लीमेंट्री परीक्षा खत्म करने का दबी जुबान में शिक्षक भी विरोध कर रहे है।
एक वरिष्ठ शिक्षक का कहना है कि इसमें स्पलीमेंट्री परीक्षा समाप्त होने से बच्चों को रिजल्ट के लिए एक साल इंतजार करना पड़ेगा। स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग में पढ़ने वाले अधिकतर छात्र नौकरी पेशा होते हैं। सप्लीमेंट्री की परीक्षा देने से उनको उसी वर्ष डिग्री मिल जाती थी, लेकिन अब उन्हें इंतजार करना होगा।
इसी के साथ परीक्षा विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि विश्वविद्यालय के पास अतिरिक्त लोग नहीं है जिन्हें सप्लीमेंट्री परीक्षा में लगाएं जाएं। अब महत्वपूर्ण नहीं रह गया था।
क्योंकि रेगुलर प्रोग्राम में भी इसे समाप्त कर दिया गया है। इसमें प्रायः छात्र दिसंम्बर में परीक्षा बनाने व कापियां जांचने के लिए लगाया जाता था और सप्लीमेंट्री सभी विषयों के लिए नहीं था।