नई दिल्ली: उच्चतम न्यायालय उन्नाव बलात्कार पीड़िता और उसके वकील को बेहतर इलाज के लिए दिल्ली स्थित एम्स स्थानांतरित करने के मुद्दे पर शुक्रवार को फैसला करेगा। पिछले सप्ताह एक कार-ट्रक की टक्कर में पीड़िता और उसके वकील को गंभीर चोटें आई थीं।
खबरों के मुताबिक, न्यायमूर्ति दीपक गुप्ता और न्यायमूर्ति अनिरुद्ध बोस की पीठ ने सोमवार को न्यायमूर्ति और वरिष्ठ अधिवक्ता वी. गिरि तथा अन्य वकीलों से दोनों को लखनऊ के अस्पताल से एम्स, दिल्ली लाने के संबंध में पूछा।
पीठ ने पूछा, उन्हें इलाज के लिए दिल्ली लाने पर वे क्या कह रहे हैं? यह बताए जाने पर की परिवार के किसी सदस्य ने इस संबंध में कोई फैसला नहीं लिया है, पीठ ने मामले की सुनवाई शुक्रवार को करने की बात कही। इस बीच, पीठ को बताया गया कि उन्नाव बलात्कार पीड़िता के चाचा की सुरक्षा से जुड़े शीर्ष अदालत के आदेश पर उसे उत्तर प्रदेश की जेल से दिल्ली की तिहाड़ जेल भेज दिया गया है।
उच्चतम न्यायालय ने पीड़िता से जुड़े मामलों को राज्य से बाहर दिल्ली पहले ही भेज दिया है। न्यायालय का यह भी कहना है कि इस मामले की सुनवाई हर रोज हो और ये सुनवाई 45 दिनों में ख़त्म की जाए। वहीं दूसरी ओर दुर्घटना मामले में CBI ने नामजद आरोपियों को पूछताछ के लिए तलब किया है। इसके साथ ही पीड़िता की सुरक्षा में तैनात 15 पुलिसकर्मी भी लखनऊ CBI मुख्यालय बुलाए गए हैं।
वहीं दूसरी ओर CBI की 2 टीमों ने फतेहपुर में ट्रक के मालिक प्रसपा नेता नंदकिशोर पाल व ट्रक चालक आशीष कुमार पाल के घर पर छानबीन व पूछताछ की। जांच एजेंसी ने यहां से कई लोगों के पहचान पत्र की फोटोकॉपी कब्जे में ली है। बांदा में ट्रक हेल्पर मोहन श्रीवास के पैतृक गांव की भी तलाशी ली गई है।