मिशन -272 की रण्रनीति के अनुरूप BJP ने दूसरा कदम भी बढ़ा दिया है। रणनीति के तहत ही नरेन्द्र मोदी काशी से शंखनाद करेंगे। गौरतलब है कि वाराणसी से पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार की तकरीबन तीन दर्जन सीटों पर नामो का प्रभाव दिख सकता है। BJP काडर की भी मांग थी। जोशी अब कानपुर से ताल ठोकेगे।
सूत्रों की माने तो चुनाव समिति की बैठक में हर सीट पर बारीकी से चर्चा हुई और तय हुआ कि वाराणसी सीट पर कोई संशय की स्थिति नहीं रहनी चाहिए। लिहाजा, अंतिम चरण में मतदान होने के बावजूद मोदी के नाम की घोषण कर दी गई है। लखनऊ से वर्तमान सांसद लालजी टंडन भी अपना दावा ठोक रहे थे। चुनाव समिति ने वहां से भी संशय खत्म कर दिया है। फायर ब्रांड नेता उमा भारती झांसी से भाजपा का झंडा बुलंद करेंगी, जबकि एक और आक्रामक नेता वरूण गांधी सुल्तानपुर से खम ठोकेंगे। साक्षी महाराज उन्नाव से मैदान में होंगे, जबकि
मेनका गांधी पीलीभीत से किस्मत आजमाएंगी। संतोष गंगवार बरेली की जनता को रिझाने की कोशिश करेंगे। देर रात तक चली बैठक में पंजाब के बाबत भी अहम फैसला हुआं जेटली अमुतसर से पार्टी प्रत्याशी होंगे। दोपहर ही पार्टी कार्यालय बुलाकर केंद्रीय नेतृत्व ने मौजूदा सांसद वनजोत सिंह सिद्धू को इसकी जानकारी दे दी थी। सिद्धू ने इसे स्वीकार की लिया है। यूपी और अन्य राज्यों की बची हुई सींटों के साथ-साथ गुजरात और राजस्थान के प्रत्याशियों पर 19 मार्च को चुनाव समिति चर्चा करेगी। उत्तराखंड की हरिद्वार संसदीय सीट से रमेश पोखरियाल निशंक, पौड़ी गढ़वाला से बीसी खंडूड़ी और नैनीताल से भगत सिंह कोश्यारी मैदान में होंगे।