जानिए, कैसे अमेरिकी अधिकारियों ने वीजा घोटाले का किया भंडाफोड़

नई दिल्ली : कैलिफोर्निया में संघीय एजेंटों ने 5 करोड़ डॉलर के वीजा घोटाले से कथित तौर पर जुड़े दो घरों और एक कारोबारी प्रतिष्ठान पर छापा मारा। इस घोटाले में 100 से अधिक चीनी नागरिकों को फायदा पहुंचाया गया था। अधिकारियों ने बुधवार को कहा कि मामले के मुख्य संदिग्धों ने धनी चीनी नागरिकों को फर्जी निवेशों के बदले अमेरिका में आवासीय वीजा दिलवाने में मदद की थी।

मामले की जांच में शामिल एफबीआई एजेंट द्वारा पेश किए एक हलफनामे के अनुसार कैलिफोर्निया की अटॉर्नी विक्टोरिया चान और उनके पिता टैट चान ने वर्ष 2008 की शुरुआत में 100 से अधिक चीनी नागरिकों को तथाकथित ईबी-5 कार्यक्रम के तहत वीजा हासिल करने के लिए कैलिफोर्निया इन्वेस्टमेंट इमिग्रेशन फंड (सीआईआईएफ) और उससे संबंधित कंपनियों में लगभग 5 करोड़ डॉलर से अधिक का निवेश करने को राजी किया था।

ईबी-5 कार्यक्रम के तहत विदेशी नागरिकों को अमेरिका में स्थायी आवासीय वीजा हासिल करने के लिए (जो आमतौर पर ग्रीन कार्ड के नाम से जाना जाता है) किसी एक अमेरिकी करोबार में कम से कम 5 लाख डॉलर निवेश करने होते हैं। इससे अमेरिका में 10 नौकरियां भी पैदा होनी चाहिए।