लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने उत्तर प्रदेश के प्रबंधन की कमान युवा कंधों पर सौंप दी है। जिन केंद्रीय मंत्रियों या नेताओं को लोकसभा चुनाव लड़ना है, उन्हें पद मुक्त कर लोकसभा चुनाव लड़ना है, उन्हें पद मुक्त कर नए चेहरों को उत्तर प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों का प्रभारी और संयोजक बनाया गया है।
इनमें ज्यादातर युवा है। युवक कांग्रेस के लोगों को आगे लाकर भविष्य की दूसरी पांत भी खड़ी करने की कोशिश की गई है। लंबे इंतजार के बाद
कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश के 31 जिलाध्यक्षों की पहली सूची भी जारी कर दी है। अन्य के नाम भी जल्द घोषित किए जाएंगे।
कांग्रेस महासचिव व मिडिया विभाग के अध्यक्ष जनार्दन द्विवेदी ने बताया कि पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने छह जोनल प्रभारियों और समन्वयकों के साथ 31 जिलाध्यक्षों के नामों पर मुहर लगा दी है। लंबे विचार-विमर्श और खासी मशक्कत के बाद राहुत गांधी ने लोनल प्रभारियों और समन्वयकों में पार्टी का नया चेहरा दिखाने कर कोशिश की है। आठ प्रभारी और आठ समन्वयकों में तीन नेता बुजुर्ग हैं, बाकी युवा है।
जिम्मेदारी देने में खांटी कांग्रेसी नेताओं को ही तरजीह दी गई है। क्षेत्र के प्रभारी और समन्वयकों की जोड़ी एक साथ जारी की गई है और जातीय संतुलन का खासा ध्यान रखा गया है।