नई दिल्ली : यूपी में भ्रष्टाचार को लेकर योगी सरकार बड़े कदम उठा रही है। अब सरकार की नजरें पूर्व सरकार के घोटालों पर हैं। 19 मई को योगी सरकार ने 500 करोड़ के वक्फ बोर्ड घोटाले में आरोपी आजम खान के खिलाफ जांच के आदेश दिए हैं। आजम सपा सरकार में मंत्री थे। उन पर आरोप हैं कि उन्होंने वक्फ बोर्ड की जमीन हड़प ली। उस जमीन पर बच्चों के लिए मदरसे बनने थे।
राज्यपाल राम नाईक की संस्तुति पर के राज्य सरकार ने आजम खां के खिलाफ की गई शिकायतों पर जांच की दिशा में कदम बढ़ाए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्यपाल राम नाईक को पत्र लिखकर इस बात से अवगत भी कराया है। आजम खां पर वक्फ संपत्तियों के अलावा सरकारी खजाने के दुरुपयोग और भवनों पर कब्जे के आरोप भी लगाये गए हैं।
उल्लेखनीय है कि रामपुर में कांग्र्रेस अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के पदाधिकारी फैसल खां लाला राज्यपाल राम नाईक के यहां शिकायती पत्र देकर आरोप लगाया था कि आजम खां ने वक्फ संपत्तियों पर कब्जा कर रखा है। उन्होंने कहा था कि आजम खां ने रामपुर में गैरकानूनी तरीकों से जौहर यूनिवर्सिटी के नाम पर अवैध कब्जा किया।
साथ ही सरकारी खजाने का दुरुपयोग भी किया है। उन्होंने 14 बिंदुओं पर शिकायत की थी। राज्यपाल ने इसे मुख्यमंत्री को संदर्भित कर दिया था। इस पर मुख्यमंत्री ने उन्हें पत्र लिखकर सूचित किया है कि संबंधित विभागों को कार्यवाही के लिए लिखा गया है।