अलीगढ़। उत्तराखंड में हुई त्रासदी में अलीगढ़ जनपद के सैंकड़ों लोग लापता हैं। अभी तक उनका कोई पता नहीं चल रहा। जो वापस आ गये हैं, वह तो अपने को सौभाग्यशाली समझते हैं। लेकिन जो अभी तक वहां फंसे हुए हैं उनके परिजन उत्तरकाशी में उनकी तलाश से थकहार कर अब ज्योतिषों की शरण में जा रहे हैं।
रावणटीला निवासी एक परिवार केदारनाथ, बद्रीनाथ यात्रा पर गया हुआ था। पूरा परिवार जल प्रलय की चपेट में आ गया था। जिसमें से कुछ तो प्रशासन की मदद से बच गए लेकिन इस परिवार की एक महिला का अभी तक कोई पता नहीं चला है। जिनकी तलाश में दस दिन तक उत्तरकाशी में परिवार वालों ने तलाश जारी रखी लेकिन कोई पता न चलने पर महिला की घर लौटने की आस में वह अलीगढ़ लौटकर तो आ गये लेकिन वहां के प्रशासन के साथ ज्योतिषों से भी सम्पर्क करना शुरू कर दिया कि वह महिला इस वक्त किस दशा और कैसी हालत में होगी।
ग्रह नक्षत्र के अनुसार वह कब लौटकर आयेगी। ऐसा ही कुछ सासनी गेट स्थित एक परिवार के साथ हो रहा है। वह अलीगढ़ से लेकर टप्पल तक कई ज्योतिषों के चक्कर काट रहे हैं। लेकिन कोई नतीजा हल नहीं हो रहा। वहीं कुछ ज्योतिषी भी इस प्रलय का कारण का जिम्मा उन्हीं लापता लोगों पर जड़ रहे हैं जिनके कर्मों के कारण यह त्रासदी हुई है।
आचार्य बृजेश शास्त्री
वैसे तो कई ज्योतिषी हैं लेकिन टप्पल क्षेत्र के जट्टारी में एक ज्योतिष लापता लोगों को पता लगाने में महारथ हांसिल रखते हैं। यह विश्वास करते हुए अलीगढ़ के साथ अन्य जनपदों के भी पीडि़त वहां पहुंच कर लापता परिजन की सलामति के लिए दुआएं कर रहे हैं।
उत्तरकाशी आपदा में फंसे लोगों में जिनके गृह गोचर बलवान हैं वह अवश्य लौटकर आयेंगे। चाहें एक माह लगे या उससे भी अधिक, ऐसे कई लोग उनके पास आये हैं जिनके परिजन उनकी भविष्यवाणी के अनुसार लौटकर आ गए हैं। वहीं जिनसे भगवान कूटित हैं उन्हें कोई नहीं बचा सकता।