कांग्रेस समिति के सचिव शिवराज जीवन वाल्मीकि ने बुधवार को राहुल गांधी के विवाह की बात कहकर विवाद खड़ा कर दिया, लेकिन गरिमत रही कि उन्होंने उसी वक्त माफी भी मांग कर अपनी भूल को सुधारने का प्रयास भी किया।
वाल्मीकि ने संवाददाताओं से बातचीत करते हुए कहा कि राहुल गांधी ने ‘वंशवाद’ रोकने के लिए विवाह नहीं करने की कसम खाई है। दरअसल, वाल्मीकि ने अपने बयान में कहा, मैंने कहीं पढ़ा है जिसमें लिखा था कि, राहुल गांधी वंशवाद रोकने के लिए विवाह नहीं करेंगे। हालांकि, जब उनसे बयान दोहराने के लिए कहा गया तो उन्होंने मना कर दिया, बाद में उन्होंने माफी मांगते हुए कहा, मैं गलत भी हो सकता हूं इसलि, मैं माफी मांगता हूं।
अपने बयान से तुरंत ही पल्ला झाड़ते हुए इस नेता ने इसके तुरंत बाद ही मीडिया के साथ बातचीत का विषय बदलते हुए वर्ष 2002 के दंगों के लिए गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधना शुरू कर दिया। मोदी पर वार करते हुए वाल्मिकी ने कहा, जहां तक सवाल उस दाढ़ी वाले का है, उसने विकास नहीं विनाश किया है।
इसी के साथ गुजरातियों पर कांग्रेस के मंत्री नारायण राणे के पुत्र नितेश की टिप्पणियों पर प्रतिक्रिया मांगने पर वाल्मिकी ने कहा, हम उन्हें ऐसे विवादित बयान नहीं देने को कहेंगे। नितेश ने कहा था, मैंने एक राजनीतिक फैसला लिया है। उन्होंने अपने बयान में यह भी कहा किए मैंने स्पष्ट रूप से कहा है कि मुंबई में रहने वाले जिन लोगों को लगता है कि गुजरात महाराष्ट्र से बेहतर तरक्की कर रहा है या जो लोग यह महसूस करते हैं कि मोदी गुजरात का विकास हमसे बेहतर कर रहे हैं, वह वहीं जाकर क्यों नहीं रह जाते हैं।