rape victims

दरिंदगी का शिकार लड़की ने मरी हुई बच्ची को जन्म देने के बाद तोड़ा दम

rape victimsकानपुर। एक माँ के आँखों के सामने अगर उसकी नाबालिक बेटी की मौत हो जाए, वो भी किसी दरिन्दे की वजह से तो सोचिये उस माँ पर क्या गुजरेगी। कुछ एसी ही कहानी है कानपुर के घाटमपुर ब्लाक में रहने वाली सीमा का, जिसने आजादी के एक दिन पहले इस दुनिया को अलविदा कह दिया।

कानपुर के घाटमपुर ब्लाक के गम्भीरपुर गाँव का रहने वाला हरिलाल किशन के आँखों के सामने उसकी लाडली बेटी ने दम तोड़ दिया, और ये कुछ ना कर पाया, हरिलाल किशन के अनुसार उसकी नाबालिक बेटी सीमा के साथ बलात्कार हुआ था। जिससे वो गर्भवती हो गयी थी, और इनकी बेटी को इस हाल में पहुंचाने वाला इनके ही गंभीरगाँव का रहने वाला एक दबंग ताराचंद है जो अब जेल में है।

उधर मृतक सीमा की माँ गुडिया के अनुसार उनके गाँव में ही रहने वाला ताराचंद पिछले दो साल से मेरी बेटी के पीछे पड़ा हुआ था। राह चलना मुश्किल कर दिया था, मगर वो मेरी बेटी के साथ गलत काम करेगा इसका अनुमान हम लोगों को नहीं था, पिछले साल दिसम्बर में मेरी बेटी की तबियत खराब हुई, जब उसे डॉक्टर से दिखाया तो पता चला कि वो पेट से है।

मेरी बेटी सीमा ने बताया कि ताराचंद ने अश्लाहे के बलपर उसके साथ बलात्कार किया, और किसी से कुछ नहीं बताने की धमकी दी थी, और ये भी कहा था कि अगर किसी को बताया तो पुरे परिवार को जान से मार देगा, इसी डर से मेरी बेटी ने हमलोगों को ये बात नहीं बताई थी।

अपनी बेटी के साथ हुए दरिंदगी को छुपाने के बजाय सीमा के माता पिता ने इसकी लिखित शिकायत घाटमपुर थाने में दी, और ताराचंद को गिरफ्तार करने की गुहार लगाईं, मामला नाबालिक लड़की के साथ हुए रेप का था, सो पुलिस ने आन -फानन में आरोपी ताराचंद को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया।

दस महीने पहले सीमा के साथ हुए दुष्कर्म की वजह से सीमा गर्भवती हुई, और एक हफ्ते पहले सीमा ने एक मरी हुई बेटी को जन्म दिया था। जिसकी वजह से उसकी तबियत खराब हो गयी थी। जिसके बाद सीमा के माँ बाप ने अपनी बेटी को कानपुर के हैलेट में भारती कराया, मगर कोई फायदा नहीं हुआ सीमा ने दम तोड़ दिया, मगर सीमा की मौत ने आज़ाद भारत की बेटियो के आज़ादी पर आज भी दरिंदो का ग्रहण लगा हुआ है।