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जम्मू-कश्मीर में बढ़ रही हिंसा:पकिस्तान ने फिर किया युद्ध विराम का उलंघन

pakistaan kashmeerपांच भारतीय सैनिकों की हत्या के बाद सीमा पर बढ़े तनाव के बीच पाकिस्तानी सैनिकों ने जम्मू-कश्मीर के पुंछ जि़ले में नियंत्रण रेखा पर स्थित भारतीय चौकियों पर शुक्रवार रात करीब सात घंटे तक मोर्टार और भारी हथियारों से 7.000 गोलियां दागकर एक बार फिर संघर्ष विराम का उल्लंघन किया।

सूत्रों के मुताबिक शुक्रवार की रात 10.30 से पुंछ में भारतीय चौकियों पर पाक की ओर से ऑटोमैटिक हथियारों से फायरिंग की गई। खबरों के मुताबिक, यह सिलसिला सुबह 3 बजे तक चलता रहाए दोनों ओर से फायरिंग चलती रही। किसी भी भारतीय जवान के हताहत होने की सूचना

नहीं है। भारतीय सेना ने भी जवाबी कार्रवाई की। सेना के सूत्रों ने बताया कि भारतीय सेना को किसी भी तरह का नुकसान नहीं पहुंचा है।

 

रक्षा विभाग के प्रवक्ता एसएन आचार्य ने कहा है कि पाकिस्तानी सेना ने कल रात 10 बजकर 20 मिनट के करीब पुंछ जिला के दुर्गा बटालियन इलाके में नियंत्रण रेखा पर बिना किसी कारण ही गोलीबारी शुरू कर दी। आचार्य ने कहा कि भारतीय सेना ने जवाबी कार्रवाई की। गोलीबारी के दौरान किसी प्रकार के जान माल की हानि नहीं हुई।

भारतीय सेना ने इसे हाल के समय में ‘संघर्ष विराम का सबसे बड़ा उल्लंघन’ करार दिया है। उन्होंने कहा, पाकिस्तानी सेना ने तड़के करीब साढ़े चार बजे तक कई भारतीय चौकियों को निशाना बनाकर 7.000 गोलियां दागीं, ताकि भारी क्षति पहुंचाई जा सके।

भारतीय सेना को आशंका है कि घुसपैठियों को कवर देने के लिए पाकिस्तानी सेना की ओर से फायरिंग की गई है। जिन पांच चौकियों पर फायरिंग की गई, उसके आसपास के इलाकों में सेना सर्च ऑपरेशन चला रही है। सेना पता करना चाहती है कि कहीं फायरिग की आड़ में घुसपैठिये तो नहीं घुस आए हैं।

गौरतलब है कि पाकिस्तानी सेना के नेतृत्व में 20 हथियारबंद लोगों के समूह ने 6 अगस्त को पुंछ सेक्टर में भारत की सीमा में 450 मीटर तक प्रवेश करके घात लगाकर हमला किया थाए जिसमें भारतीय सेना के पांच जवान शहीद हो गए थे।

जम्मू-कश्मीर में बने इस आतंकी माहौल को देखते हुए जम्मूर, किश्तवाड़ जिले में सांप्रदायिक संघर्ष के मद्देनजर ऐहतियातन आज जम्मू से पवित्र अमरनाथ के लिये तीर्थयात्रा रोक दी गयी है।

पुलिस ने बताया कि दक्षिण कश्मीर हिमालय में स्थित अमरनाथ के दर्शन के लिए आज जम्मू से किसी जत्थे को जाने की अनुमति नहीं दी गयी। हालांकि बुढ़ा अमरनाथ यात्रा जारी रखा गया है। यहां से पुंछ जिले में मंडी पहाड़ियों पर स्थित भागवान शिव के दर्शन के लिए 554 तीर्थयात्रियों का जत्था रवाना हुआ।