vk singh

वी.के. सिंह का बयान, जम्मू-कश्मीर के मंत्रियों को पैसा देती है सेना

vk singhजम्मू-कश्मीर में तख्तापलट की साजिश के आरोपों का सामना कर रहे पूर्व आर्मी प्रमुख जनरल वी. के. सिंह ने एक चौंकाने वाला दावा किया है। सिंह ने कहा है कि राज्य में ‘स्थायित्व’ के लिए कुछ मंत्रियों को धन दिया जाता है, वीके सिंह का कहना है कि सेना की तरफ से मंत्रियों को दिया हुआ पैसा जनहित के कामों में खर्च होता है। जनरल सिंह के मुताबिक ऐसा आज से नहीं आज़ादी के वक्त से हो रहा है।

वी.के.सिंह के इस बयान के बाद राजनीति गरमा गई है। उनके बयान पर गृहमंत्री सुशील शिंदे ने कहा है कि वी.के. सिंह राजनीतिज्ञों के नाम बताएं। यदि विवरण दिया जाता है तो हम जांच कर सकते हैं।

दरअसल, वी.के. सिंह ने एक अंग्रेजी अखबार को दिए बयान में कहा कि सेना जम्मू−कश्मीर में सभी मंत्रियों को रकम देती है। सिंह ने बताया कि ऐसा सेना राज्य में स्थायित्व बनाए रखने के लिए करती है। उन्होंने कहा कि मंत्रियों को कई चीजें करने के साथ ही कई गतिविधियों को भी अंजाम देना होता है। वी के सिंह यह बात तब कही जब उनसे मंत्री ग़ुलाम मीर को सीक्रेट फंड में से पैसे दिए जाने के बारे में सवाल पूछा गया था।

जब वी.के. सिंह से पूछा गया कि क्या सभी मंत्री को भुगतान किया जाता है, तो उन्होंने यह कहते हुए अपने बयान में संशोधन कियाए हो सकता है सारे मंत्री नहीं, लेकिन कुछ मंत्री और लोग हैं, जिन्हें खास काम करवाने के लिए कुछ धनराशि दी जाती है। इस काम के अंतर्गत किसी खास क्षेत्र में स्थायित्व लाना शामिल है। जब सिंह से कारण पूछे गए तब उन्होंने दलील दी, कुछ ऐसा समय आया जैसे केपीएल (कश्मीर प्रीमियर लीग) के लिए किसने धन दिया? क्या जम्मू कश्मीर या उमर अब्दुल्ला ने दिया? सेना ने दिया।

वी.के. सिंह के इस बयान के बाद इस मामले पर नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष देवेंदर सिंह राना ने कहा कि देश और खासकर सेना के लिए यह दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण है कि पूर्व सेना प्रमुख इस तरह के आधारहीन बयान दे रहे हैं। वहीं जम्मू-कश्मीर के मंत्री ताज मोहिउद्दीन का कहना है कि अगर वीके सिंह के पास मंत्रियों के नाम हैं तो वह उनके नाम सामने रखें। नेशनल कांफ्रेंस के मुताबिक अगर उनके किसी भी मंत्री का नाम आया तो मुख्यमंत्री उमर अबदुल्ला उन्हें तुरंत हटा  देंगे।