नई दिल्ली : देश में पहली बार गुजरात विधानसभा चुनाव में EVM के साथ VVPAT मशीन का इस्तेमाल किया जाएगा। अपना वोट डालने के बाद हर वोटर 7 सेकेंड तक VVPAT के डिस्पले पर पर्ची में देख सकेगा कि उसका वोट कौन से उम्मीदवार को दर्ज हुआ है। इसके बाद यह पर्ची बॉक्स में गिर जाएगी। पाटीदार नेता रेशमा पटेल की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट के आदेश से राज्य में VVPAT का अमल होगा।
इलेक्ट्रोनिक वोटिंग मशीन यानी EVM में छेडछाड़ या सॉफ़टवेयर के जरिए वोटों में हेरफेर की राजनीतिक दल, कई स्वयंसेवी संगठन की शिकायत के बाद आखिर देश में पहली बार गुजरात से EVM के साथ VVPAT के इस्तेमाल की शुरुआत होगी। गुजरात के मुख्य चुनाव अधिकारी बी बी स्वेन ने EVM के साथ VVPAT मशीन के पहले डेमो के लिए गांधीनगर में पत्रकार वार्ता का आयोजन किया जिसमें उन्होंने बताया कि राज्य में पहली बार सभी वोट केन्द्रों पर EVM के साथ VVPAT का इस्तेमाल होगा।
वोटर जैसे ही वोट डालेगा एक बीप की आवाज आएगी उसके साथ ही VVPAT के डिस्प्ले पर स्लिप नजर आएगी। उस स्लिप पर वोटर ने जिस उम्मीदवार, राजनीतिक पार्टी अथवा नोटा को मत दिया होगा उसका चिन्ह छपा होगा जिससे वोटर को पता चल सकेगा कि उसने जिसको वोट दिया है उसका वोट उसी को मिला है।
बता दें कि पाटीदार आरक्षण आंदोलन से जुडी रेशमा पटेल ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल कर राज्य में VVPAT का उपयोग की मांग की थी। उनका कहना था कि EVM में गडबडी व वोटों में हेरफेर की आशंका होती है इसलिए VVPAT या फिर बैलट पेपर के जरिए विधानसभा चुनाव कराए जाऐं। कोर्ट के आदेश के बाद अब राज्य चुनाव आयोग ने इसके इस्तेमाल की पूरी तैयारी कर ली है। चुनाव आयोग ने शुक्रवार को कांग्रेस, भाजपा सहित 6 राष्ट्रीय दलों को भी EVM VVPAT के डेमो के लिए बुलाया है इसके बाद गांव व शहरों में इसके लिए जागरुकता अभियान चलाया जाऐगा।